UP PET 2023 Exam Day Guidelines: उत्तर प्रदेश में सरकारी नौकरी की पात्रता के लिए यूपी प्रीलिमिनरी एलिजिबिलिटी टेस्ट (UP PET) परीक्षा 28 और 29 अक्टूबर को ईआयोजित की जा रही है. 20 लाख 7 हजार 553 उम्मीदवारों के लिए 35 जिलों में 1058 सेंटर पर यह परीक्षा आयोजित की जाएगी. पहली शिफ्ट सुबह 10 बजे से 12 बजे तक और दूसरी शिफ्ट दोपहर 03 बजे से शाम 05 बजे तक चलेगी.
नकलविहीन और किसी भी तरह की गड़बड़ी से बचने के लिए 35 एडीएम, 364 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 1249 स्टेटिक मजिस्ट्रेट समेत कुल 80,274 कर्मचारियों को अलग-अलग जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं. इस दौरान उम्मीदवारों को भी परीक्षा के दिशानिर्देशों को ध्यान रखना जरूरी है, उल्लंघन करने पर परीक्षा में बैठने से रोका भी जा सकता है.
हर एक उम्मीदवार को परीक्षा के दिन इन दिशानिर्देशों का पालन करना होगा, ऐसा न करने पर उम्मीदवारों को परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी. यहां हम कुछ सामान्य और बहुत महत्वपूर्ण निर्देश बता रहे हैं जिनका उम्मीदवारों को पालन करना चाहिए. दो दिन में प्रदेश के 35 जिलों में
यूपी पीईटी परीक्षा के दौरान इन बातों का रखें ध्यान
सॉल्वर गैंग को दबोचने की तैयारी
उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष प्रवीण कुमार ने कहा इस बार सॉल्वर गैंग के सहारे परीक्षा पास करने वालों के लिए मुश्किलें होंगी. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से हम फिंगरप्रिंट और आंखों की पुतली का मिलान कर सॉल्वर गैंग को दबोचने को तैयार हैं. आयोग में तीन कंट्रोल रूम बनाकर हर जिले के लिए सीसीटीवी से निगरानी रखी जा रही है. प्रदेश भर में लगभग 24000 सीसीटीवी और परीक्षा कराने के लिए 80,000 से अधिक कर्मचारियों को लगाया गया है. यूपीएसटीएफ की 8 यूनिट्स को एग्जाम सेंटर्स पर तैनात किया गया है.
क्वेश्चन पेपर के हर सेट में अलग क्रम में होंगे सवाल
प्रश्न पत्र के लीक होने की गुंजाइश नहीं है. किस पाली में कौन सा सेट आएगा इसकी जानकारी किसी को नहीं होती. प्रश्न पत्र में भी हर सेट के सवाल और उन सवालों के जवाब अलग-अलग क्रम में रखे गए हैं, ताकि अगर किसी सॉल्वर के पास प्रश्न पत्र पहुंच भी जाए तो वह परीक्षार्थी को ना बता पाए कि किस सवाल का क्या जवाब होगा क्योंकि परीक्षार्थी के पास दूसरा सेट होगा और उस सेट का सवाल भी अलग होगा. क्लासरूम में क्वेश्चन पेपर अभ्यर्थियों के सामने ही खोला जाएगा और अभ्यर्थियों के दस्तखत से ही आंसर शीट सील की जाएगी. आयोग के अध्यक्ष प्रवीण कुमा कि मेरा स्पष्ट कहना है कि बच्चे मेहनत से परीक्षा पास करने की कोशिश करें गलत संसाधनों से परीक्षा पास करने की कोशिश में एफआईआर होगी और जेल भी जाना पड़ेगा.
वर्ल्ड कप मैच के चलते बदले एग्जाम सेंटर
लखनऊ में 29 तारीख को होने वाले वर्ल्ड कप के मैच को देखते हुए परीक्षा केंद्रों की संख्या भी कम कर दी गई है. पहले लखनऊ के लगभग 100 स्कूलों पर परीक्षा केंद्र रखे जाते थे लेकिन इस बार 40 के लगभग परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं और जो परीक्षा केंद्र निर्धारित किए हैं उन्हें स्टेडियम के दूसरे इलाके में रखा गया है. आयोग ने वर्ल्ड कप मैच की तारीख को देखते हुए पुलिस कमिश्नर लखनऊ और डीएम लखनऊ से बात कर पहले ही इंतजाम किए है.
संतोष शर्मा