Delhi School Re-Opening Date: दिल्ली और एनसीआर (Delhi-NCR School Opening Meeting) में प्रदूषण की वजह से स्कूलों को बंद कर दिया गया था. अब शुक्रवार को होने वाली बैठक में इस बात पर फैसला किया जाएगा कि राजधानी और उसके आसपास के इलाकों में स्कूलों फिर से खोला जाएगा या नहीं. कल वायु गुणवत्ता आयोग और एक्सपर्ट्स की बैठक होनी है. उसी बैठक में यह भी तय होगा कि निर्माण कार्य की इजाजत कब से दी जाए.
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (AQMC) ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर बताया है कि दिल्ली-एनसीआर में दूध और डेयरी इकाइयों को फिर से दिन रात यानी सभी शिफ्ट में चौबीसों घंटे चालू रखने की इजाजत दे दी गई है. इसके अलावा, आयोग 17 दिसंबर को होने वाली बैठक में फैसला करेगा कि स्कूलों को फिर से खोलने और निर्माण गतिविधियों को फिर से शुरू करने की अनुमति अभी दी जाए या नहीं और दी भी जाय तो कब से. ऐसे में शुक्रवार को स्कूलों को खोले जाने को लेकर अहम जानकारी सामने आ सकती है.
स्कूलों को खोले जाने पर क्या बोले केजरीवाल?
इससे पहले, राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण पर हुई रिव्यू मीटिंग में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि स्कूलों को खोलने का फैसला सर्दियों की छुट्टी के बाद ही लिया जाएगा. उन्होंने कहा, ''एयर क्वालिटी कमीशन से हम बातचीत करेंगे. अभी तो विंटर वेकेशन भी आ रहा है, मुझे लगता है उसके बाद ही कुछ निर्णय होगा.'' हालांकि, पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने जानकारी दी है कि कक्षा 6 से ऊपर की क्लासेज को जल्द खोला जा सकता है और 20 दिसम्बर से प्राइमरी क्लासेज भी शुरू हो सकती हैं. इसके लिए एयर क्वालिटी कमीशन को प्रस्ताव दिया गया है. अभी अंतिम फैसला आना बाकी है.
दिल्ली में लंबे समय से एयर पॉल्युशन, SC लगा चुका है फटकार
पिछले एक महीने से अधिक समय से दिल्ली और उसके आसपास की हवा काफी खराब चल रही है. वायु प्रदूषण के बढ़ने के बाद सुप्रीम कोर्ट में इस को लेकर कई बार सुनवाई हो चुकी है. कोर्ट केंद्र और दिल्ली, दोनों ही सरकारों को फटकार लगा चुका है. कोर्ट की फटकार के बाद दो दिसंबर को सभी स्कूलों को फिर से बंद कर दिया गया था. साथ ही, कई अन्य गतिविधियों पर भी रोक लगा दी गई थी. कोर्ट ने दिल्ली सरकार से पूछा था कि प्रदूषण के बीच स्कूल क्यों खोले गए? सुप्रीम कोर्ट ने पूछा कि बड़े लोग घर से काम कर रहे हैं, ऐसे में बच्चे सुबह धुंध में स्कूल क्यों जा रहे हैं? कोर्ट ने कहा कि आप कह रहे हैं कि बच्चे के अभिभावक अगर स्कूल भेजना चाहते हैं तो भेजें, नहीं तो न भेजें. इसके बाद दिल्ली सरकार ने स्कूलों को बंद कर दिया था.
संजय शर्मा