DU Cut Off 2021: एक अक्टूबर को पहली कट ऑफ, तीसरी के बाद बढ़ सकती हैं उम्मीदें

DU Cut Off 2021: दाख‍िला मामलों के व‍िशेषज्ञ मान रहे हैं कि इस बार पहली और दूसरी कट ऑफ के बाद तीसरी के बाद कट ऑफ नीचे जा सकती है. आइए जानें कि इस बार की कट ऑफ कैसी रहेगी, क्या है एक्सपर्ट का अनुमान...

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प्रतीकात्मक फोटो (Getty) प्रतीकात्मक फोटो (Getty)

aajtak.in

  • नई द‍िल्ली ,
  • 29 सितंबर 2021,
  • अपडेटेड 8:38 PM IST

DU Admission Cut Off 2021: दिल्ली यूनिवर्स‍िटी अपनी पहली कट ऑफ एक अक्टूबर को जारी करेगा. डीयू दाख‍िला मामलों के व‍िशेषज्ञ मान रहे हैं कि इस बार पहली और दूसरी कट ऑफ के बाद तीसरी के बाद कट ऑफ नीचे जा सकती है. आइए जानें कि इस बार की कट ऑफ कैसी रहेगी, क्या है एक्सपर्ट का अनुमान...

डीयू एडमिशन कमेटी के चेयरमैन प्रो राजीव गुप्ता ने इसके लिए  उम्मीद जताई थी कि इस साल बोर्ड्स की पास परसेंटेज ज्यादा हुई है, उसका हमारे कटऑफ पर बहुत ज्यादा असर नहीं पड़ेगा. लेकिन वहीं दाख‍िला मामले के दूसरे एक्सपर्ट का अनुमान है क‍ि पिछली बार की तरह ही कट ऑफ आ सकती है. बता दें कि प‍िछली बार भी कट ऑफ काफी ऊंची रही थी. इसलिए अब इस साल भी पहली और दूसरी कट ऑफ ऊंची आने की उम्मीद है. 

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पूर्व डिप्टी डीन व दाख‍िला मामलों की विशेषज्ञ डॉ अमृता बजाज ने aajtak.in से बातचीत में कहा कि इस साल भी पिछली बार की ही तरह कट आफ जाएगी. पहली और दूसरी कट ऑफ लास्ट इयर के पैटर्न पर रहेगी. डॉ बजाज कहती हैं कि कुछ प्वाइंट्स पर कट ऑफ ऊपर जा सकती है. बता दें कि लास्ट इयर की कट ऑफ 98.25 तक गई थी. 

डॉ बजाज ने कहा कि वैसे तो एडमिशन के लिए आई क्राउड का भी कट ऑफ पर असर पड़ता है, लेकिन इस साल जिस तरह 12वीं का रिजल्ट अलग अलग राज्यों में डिफरेंट रहा है, उसे देखते हुए लग रहा है कि कट ऑफ बहुत ऊंची नहीं जाएगी, इसे लास्ट इयर के पैटर्न पर ही रखने की कोश‍िश होगी. 

डीयू के पूर्व ड‍िप्टी डीन और दाख‍िला मामलों के जानकार प्रो जीएस टुटेजा ने aajtak.in से बातचीत में बताया कि इस साल सीबीएसई में हाई पर्सेंटेज आई है तो उससे अनुमान है कि पहली कट ऑफ ऊपर जाएगी लेकिन दूसरी कट आफ स्टेबलाइजिंग रहेगी. उन्होंने कहा कि क्योंकि इस साल 95 पर्सेंट से ज्यादा वालों की संख्या बढ़ी है इसलिए इसका असर पहली और दूसरी कट ऑफ में दिखेगा. 

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वहीं जिस तरह सीबीएसई में 90 से 95 पर्सेंट वाले छात्र घटे हैं. इससे अनुमान है कि तीसरी कटऑफ 95 पर्सेंट छूएगी लेकिन इसके बाद कट आफ गिरने के अनुमान है. आखिरी कट ऑफ फि‍र 80 से 85पर्सेंट तक आ सकती है जिससे कि तीसरी कट ऑफ के बाद से ही दाख‍िले के चांसेज बढ़ने लगेंगे. 

प्रो टुटेजा कहते हैं कि इस तरह देखा जाए तो इस साल भी पहली कट ऑफ .25% से लेकर 2% तक ऊपर जा सकती है. वहीं इस साल सभी बोर्ड में असेसमेंट पॉलिसी की वजह से सभी का रिजल्ट हाई गया है और जिनके रिजल्ट बचे हैं उनके भी ग्राफ ऊपर रहने की उम्मीद है. इससे सेंट्रल यूनिवर्सिटीज में कट ऑफ भी 2% तक ऊपर जा सकती है. वहीं इस बार 90% और 95% के बीच स्कोर पाने वाले 150152 स्टूडेंट्स हैं, पिछले साल 157934 और 2019 में 94299 स्टूडेंट्स थे.

 

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