बिहार के शिवहर और सीतामढी जिलों में एसटीएफ ने छापेमारी अभियान के तहत तीन शातिर अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने इनके पास एक एके56 राइफल और 25 जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं.
पुलिस अधीक्षक प्रकाशनाथ झा ने बताया कि पिछले साल 26 दिसंबर को दरभंगा जिले में दो अभियंताओं की हत्या के मामले में आरोपी मुकेश पाठक की गिरफ्तारी के बाद उससे पूछताछ की गई. उससे पूछताछ के दौरान मिली जानकारी के आधार पर शिवहर और सीतामढी जिलों में एसटीएफ ने छापेमारी की.
छापों के दौरान एसटीएफ ने तीन अपराधियों को एक एके 56 और 25 कारतूस के साथ गिरफ्तार कर लिया. गौरतलब है कि इनके गैंग के सरगना और बिहार के कुख्यात गैंगस्टर मुकेश पाठक को पुलिस ने गत 11 जुलाई को पडोसी राज्य झारखंड के रामगढ़ से गिरफ्तार किया था.
पुलिस अधीक्षक झा ने बताया कि पकड़े गए अपराधियों में सीतामढी जिले के नगर थाना अंतर्गत पुनौरा गांव निवासी विजय झा और शिवहर जिले के पुरनहिया थाना अंतर्गत दोस्तीयां गांव निवासी संजय झा शामिल हैं. ये दोनों कुख्यात अपराधी संतोष झा के चचेरे भाई हैं. इनके अलावा पिपराढी गांव निवासी आदित्य द्विवेदी शामिल हैं.
एसपी ने बताया कि बरामद की गई एके 56 राइफल का इस्तेमाल दरभंगा में दोहरे इंजीनियर हत्याकांड में किया गया था. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए इन अपराधियों से पूछताछ की जा रही है. इनसे मिली जानकारी के आधार पर पुलिस दरभंगा और सीतामढी जिलों में अन्य स्थानों पर छापेमारी कर रही है.
पुलिस ने छापे के दौरान एक जगह से प्रतिबंधित संगठन बिहार पीपुल्स लिबरेशन आर्मी का एक पर्चा भी बरामद किया था. जिस पर धमकी लिखे होने के साथ-साथ संगठन के सरगना संतोष झा का नाम जिंदाबाद के साथ लिखा था.
बताते चलें कि बिहार के स्टेट हाइवे 88 पर समस्तीपुर जिला के वरनापुल से दरभंगा के कुशेश्वर स्थान के रसियारी गांव के बीच सडक निर्माण कार्य में लगी निजी कंपनियों बीएनसी और सीएनसी से लेवी (अवैध राशि) वसूली को लेकर गत 26 दिसंबर को दो इंजीनियरों की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी.
इस हत्या को दरभंगा-कुशेश्वर के शिवम चौक के समीप दो मोटरसाइकिल पर सवार अज्ञात अपराधियों ने अंजाम दिया था. मृतक ब्रजेश कुमार रोहतास जिला के डेहरी थाना क्षेत्र का रहने वाला था जबकि दूसरा मृतक इंजीनियर मुकेश कुमार बेगूसराय जिले का रहने वाला था.
परवेज़ सागर / BHASHA