पंजाब के लुधियाना में RSS नेता की हत्या के मामले में गाजियाबाद पुलिस ने एक अहम शख्स को गिरफ्तार किया है. पकड़ा गया शख्स हथियारों का तस्कर है. उसी ने संघ नेता की हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियार सप्लाई किए थे.
पकड़े गए आरोपी का नाम मलूक है. गाजियाबाद पुलिस ने गुरुवार के दिन मलूक को दिल्ली बॉर्डर से गिरफ्तार कर लिया. गाजियाबाद निवासी मलूक को पहले भी गिरफ्तार करने की कोशिश की गई थी. बीती 3 तारीख को एनआईए, यूपी एटीएस और यूपी पुलिस ने मलूक को पकड़ने के लिए दबिश दी थी तो पथराव और गोलीबारी हुई हुई थी. जिसमें यूपी पुलिस का एक कांस्टेबल घायल हो गया था.
दरअसल, मलूक को पकड़ने के लिए 3 दिसम्बर को एनआईए और यूपी पुलिस ने छापेमारी की थी. जैसे ही इसकी सूचना स्थानीय लोगों को मिली तो लोगों ने एनआईए और पुलिस की टीम पर हमला बोल दिया था. इस दौरान एक सिपाही को गोली लगी थी. जिसे आनन-फानन में मेरठ के अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
हमले के दौरान स्थानीय लोगों ने एनआईए की टीम और पुलिस की गाड़ियों में भी जमकर तोड़फोड़ की थी. इसी बात का फायदा उठाकर मलूक पुलिस के कब्जे से भागने में कामयाब हो गया था. इसके बाद एनआईए की टीम और करीब 16 थानों की पुलिस फोर्स ने उस इलाके में मलूक को तलाश करने के लिए करीब 10 घंटे का कॉन्बिंग ऑपरेशन चलाया था.
लेकिन तब तक मलूक वहां से फरार हो चुका था. तभी से यूपी पुलिस और एनआईए की टीम उसे तलाश कर रही थीं.गाजियाबाद के एसएसपी हरि नारायण सिंह ने बताया कि काफी तलाश करने के बाद भोजपुर थाना पुलिस ने मलूक को गाजियाबाद और दिल्ली के सीमापुरी बॉर्डर से धरदबोचा.
एनआईए की टीम और यूपी पुलिस को जानकारी मिली है कि मलूक कई आपराधिक संगठनों को हथियार मुहैया कराता था. अब उससे एनआईए की टीम और गाजियाबाद पुलिस गहन पूछताछ कर रही है.
परवेज़ सागर / तनसीम हैदर