हवालात में संदिग्ध आरोपी की मौत, पुलिसकर्मियों पर हत्या का आरोप

Dimni police station suspect death रघुराज के घरवालों का आरोप है कि पुलिस ने रघुराज को पीट-पीटकर उसकी हत्या की. फिर मामले को खुदकुशी दिखाने के लिए उसे फांसी पर लटका दिया.

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इस घटना को लेकर मृतक के परिजनों ने थाने पर खूब हंगामा किया (साकेंतिक चित्र) इस घटना को लेकर मृतक के परिजनों ने थाने पर खूब हंगामा किया (साकेंतिक चित्र)

परवेज़ सागर

  • मुरैना,
  • 05 फरवरी 2019,
  • अपडेटेड 2:48 PM IST

मध्य प्रदेश के मुरैना में पुलिस हिरासत के दौरान एक शख्स की मौत हो गई. उसकी लाश थाने की हवालात में फांसी पर लटकी मिली. मृतक के परिजनों और अन्य लोग इस बात से खासे खफा हो गए. उन्होंने गुस्से में आकर थाने पर पथराव कर दिया. हालात बिगड़ते देख पुलिस को कई राउंड फायरिंग करनी पड़ी. इतना नहीं भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसुगैस के गोले भी दागे.

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घटना मुरैना के दिमनी थाने की है. जानकारी के अनुसार शनिवार की रात दिमनी थाना पुलिस सोनू तोमर नामक एक शख्स को गिरफ्तार करने आई थी. लेकिन वो गांव में नहीं मिला. लेकिन पुलिस शक के आधार पर सोनू के परिचित रघुराज सिंह तोमर अपने साथ थाने ले गई. परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने 42 वर्षीय रघुराज जांच की तो उसके पास से कोई हथियार या आपत्तिजनक सामान नहीं मिला.

फिर भी पुलिस ने उसे हवालात में बंद कर दिया. सोमवार की सुबह रघुराज सिंह तोमर का शव हवालात के शौचालय में फांसी पर लटका मिला. जैसे ही यह ख़बर उसके परिजनों और गांव वालों को मिली तो वे गुस्से से भर गए. उन्होंने थाने जाकर धावा बोल दिया. भीड़ ने थाने पर देर तक पथराव किया. पुलिस ने हालात काबू करने के लिए 25 राउंड गोलियां चलाई. साथ भीड़ को हटाने के लिए आंसुगैस के गोले भी फायर किए.

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रघुराज के घरवालों का आरोप है कि पुलिस ने रघुराज को पीट-पीटकर उसकी हत्या की है. फिर मामले को खुदकुशी दिखाने के लिए उसे फांसी पर लटका दिया. परिजन पुलिस से थाने के स्टाफ के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग कर रहे थे. लेकिन पुलिस अफसरों ने उनकी बात नहीं सुनी. इस बात से नाराज होकर भीड़ ने हाईवे जाम कर दिया. इसके बाद वहां भी पथराव हुआ.

इस हंगामे के बाद पुलिस दबाव में आ गई. पुलिस अधीक्षक ने थाने में तैनात एसएचओ समेत पांच पुलिसकमिर्यों को निलंबित कर दिया. मृतक रघुराज के बच्चों का कहना है कि पुलिस ने मृतक के घर आकर उन लोगों से कोरे कागज पर साइन भी कराए थे. फिर पुलिस ने उनके पिता रघुराज को मार डाला. हालांकि पुलिस अपने बचाव में कह रही है कि रघुराज के पास से करीब आधा दर्जन अवैध हथियार बरामद हुए थे.

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