मुंबई क्राइम ब्रांच के गिरफ्तार असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर (API) सचिन वाजे ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद पर उस समय एक किताब लिखने की योजना बनाई थी, जब वह निलंबित चल रहे था. आजतक/इंडिया टुडे को पता चला है कि वाजे ने 2016 में कश्मीर घाटी की यात्रा की जहां उन्होंने एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी समेत जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक अधिकारी से मुलाकात की.
उनकी यात्रा के बारे में बात करते हुए IPS अधिकारी ने पुष्टि की कि उन्होंने श्रीनगर के सोनवार के एक इलाके में कैफेटेरिया में वाजे से मुलाकात की और वहां जम्मू-कश्मीर में "मिलिटेंसी" पर चर्चा की गई थी. अधिकारी ने बताया कि वाजे ने उनसे मुलाकात की और दावा किया कि वह किताब लिख रहे हैं और इस बारे में जानना चाह रहे हैं, लेकिन यह भी बताया कि वाजे ने पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी समूह लश्कर-ए-तैयबा के बारे में जानने का दावा किया.
पुलिस अधिकारी ने यह भी कहा, 'मैंने कम ही बात की थी जबकि वाजे ने 26/11 के आतंकी हमले के बारे में बताया था और तब बात करने और सुनने में अधिक रुचि थी.'
इस बीच एक अन्य अधिकारी ने कहा, 'वाजे एक होटल में ठहरा था, लेकिन उनका रिसर्च उन्हें श्रीनगर से आगे ले गया. उन्होंने दक्षिण कश्मीर की यात्रा की, जिसमें शोपियां भी शामिल था, जिसे आतंक का अड्डा कहा जाता है. ऐसा माना जाता है कि उन्होंने कुछ दिनों तक सुरक्षा अधिकारियों के साथ बातचीत की थी.
वाजे ने लिखी 2 किताबें
जम्मू-कश्मीर को लेकर वाजे की किताब की स्थिति की जानकारी नहीं है, लेकिन उन्होंने दो किताबें लिखी थीं. 'द स्काउट' जो मुंबई हमले पर आधारित थी और यह 2019 में प्रकाशित हुई थी. वाजे ने एक अन्य पुलिस अफसर शिरीष थोरात के साथ मिलकर इसे लिखा था.
वाजे ने मुंबई में 26/11 के आतंकवादी हमलों पर आधारित एक और किताब भी लिखी. 2012 में आई उनकी मराठी किताब "जिन्कुन हरेली लढाई" में मुंबई आतंकी हमलों के बारे में विस्तार से कई बातें बताई गई थीं.
3 मार्च, 2004 को वाजे को 14 अन्य पुलिसकर्मियों के साथ ख्वाजा यूनुस की कथित तौर पर हिरासत में हुई हत्या के आरोप में निलंबित कर दिया गया था. पिछले साल जून में, महाराष्ट्र सरकार ने वाजे के निलंबन को रद्द कर दिया और उसे कोरोना महामारी के दौरान 16 साल बाद मुंबई पुलिस में बहाल किया गया.
हालांकि मुंबई में मुकेश अंबानी के आवास के पास विस्फोटक सामग्री रखे जाने की भूमिका को लेकर पिछले दिनों एनआईए ने वाजे को गिरफ्तार कर लिया.
कमलजीत संधू