गृह मंत्रालय की एक रिपोर्ट ने मध्य प्रदेश सरकार की चिंता बढ़ा दी है. रिपोर्ट के मुताबिक सूबे में आमद कराने वाले पाकिस्तानी नागिरकों में से 227 लापता हैं. जिनके बारे में राज्य की खुफिया एजेंसियों को कोई जानकारी नहीं है. ये सभी वो नागरिक हैं, जो वीजा लेकर यहां आए थे. मगर वीजा अवधि खत्म हो जाने के बाद उनका कुछ पता नहीं है.
दरअसल, गृह मंत्रालय ने पाकिस्तानी नागरिकों की आमद को लेकर पिछले दस सालों की एक रिपोर्ट तैयार की है. इस रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि एक दशक के दौरान मध्य प्रदेश में ऐसे दो सौ से ज्यादा पाकिस्तानी नागरिक हैं, जो वीजा लेकर यहां आए थे लेकिन वीजा की अवधि खत्म हो जाने के बाद से ही उनका कोई अता-पता नहीं है.
गृह मंत्रालय ने सभी राज्य सरकारों को वीजा खत्म होने के बाद भी उनके यहां ठहरे पाकिस्तानी नागरिकों को चिन्हित करने का फरमान जारी किया था. उसी के बाद पता चला कि एमपी से 227 पाकिस्तानी नागरिक लापता हैं. स्थानीय एजेंसियों के मुताबिक पाकिस्तानी नागरिक प्रदेश में आए थे, लेकिन वापस नहीं गए.
गृह मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले दस सालों में लगभग 1800 पाकिस्तानी नागरिक वीजा अवधि खत्म होने के बाद भी मध्य प्रदेश में पाए गए. पुलिस ने ऐसे ज्यादातर नागरिकों को वापस पाकिस्तान भेज दिया था. लेकिन 227 पाकिस्तानी नागरिकों के बारे में पुलिस को कई सुराग नहीं मिल पाया है.
मध्य प्रदेश पुलिस के मुताबिक वो 227 पाकिस्तानी नागरिक अटारी बार्डर के रास्ते वापस अपने मुल्क जाने के लिए निकले थे लेकिन वे वापस नहीं गए. मुंबई, दिल्ली, और अटारी से पाकिस्तान जाने वालों की लिस्ट देखकर इस बात का साफ पता चलता है कि वे लोग वापस नहीं गए. पुलिस और स्थानीय एजेंसियां ऐसे पाकिस्तानियों की शिद्दत से तलाश कर रही हैं.
परवेज़ सागर