वो युवक बेहद शानदार डांस कर रहा था. लोग उसका डांस पसंद कर रहे थे. बस यही बात वहां मौजूद दूसरे शख्स को अखर गई और उसने डांसर लड़के को भरे बाज़ार में गोली मार दी. जिससे कुछ पल ही में उसकी मौत हो गई. इस वारदात की गुत्थी को सुलझाते हुए पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
कत्ल की ये वारदात बीती 24 अक्टूबर की है. उस दिन मंदिर मार्ग पर लोग वाल्मिकी जयंती की खुशियां मना रहे थे. नाच गा रहे थे. उन्हीं में शामिल था 21 वर्षीय अविनाश. जो बढ़िया डांस कर रहा था. लोग उसे देखकर तालियां बजा रहे थे. उसका मनोबल बढ़ा रहे थे.
मगर तभी भीड़ से निकलकर एक दूसरा लड़का रिषभ भी डांस करने लगा. ऐसा लगने लगा कि दोनों के बीच जैसे कोई प्रतियोगिता चल रही हो. उसके आने के बावजूद भी वहां मौजूद लोग अविनाश के लिये ही तालियां बजा रहे थे. और इसी तरह रिषभ ये अघोषित प्रतियोगिता हार गया.
अविनाश ने अपनी जीत की खुशी में रिषभ को हल्का धक्का देकर पीछे कर दिया. बस यही बात रिषभ को खल गई. तभी शराब के नशे में चूर रिषभ ने अपने भाई चैतन्य से तमंचा लिया और फिर एक बार अविनाश के पीछे जाकर डांस करने लगा. इसी दौरान इसने मौका देखकर कुछ इस सफाई से अविनाश को गोली मारी कि किसी को पता तक नहीं चला.
इसके बाद रिषभ और चैतन्य वहां से भाग निकले. अविनाश गोली लगने के बाद वहीं जमीन पर गिर पड़ा. उसे फौरन अस्पताल ले जाया गया. लेकिन तब तक देर हो चुकी थी. अविनाश की मौत हो चुकी थी.
पुलिस ने मामले की जांच शुरु की तो लोगों के बीच हुए क़त्ल का एक भी चश्मदीद गवाह नहीं मिला. लेकिन पुलिस को 3 मोबाइल फुटेज मिली. जिनमें अविनाश के साथ डांस करता और गोली मारता रिषभ दिख गया. उस वक़्त पुलिस को ना तो रिषभ का नाम पता था और ना ही कोई ऐसा शख्स मिला जो रिषभ को पहचान सके.
पुलिस ने कातिल की पहचान के लिये 45 स्थानों पर पोस्टर लगाए. तब कहीं जाकर पुलिस को पता लगा की रिषभ और उसका भाई विजय विहार मे छिपे हैं. बस पुलिस ने सूचना के आधार पर दबिश देकर दोनों आरोपियों को धरदबोचा. दोनों की उमर 21 और 22 साल है. कातिल ने पुलिस को बताया कि अविनाश उससे बढ़िया डांस कर रहा था, इसलिए उसने उसे गोली मार दी.
परवेज़ सागर / हिमांशु मिश्रा