दिल्लीः चोरों के गिरोह का सरदार निकला इंजीनियरिंग का छात्र

दिल्ली पुलिस ने चोरों के एक ऐसे शातिर गिरोह का पर्दाफाश किया है, जिसने पुलिस के नाक में दम कर रखा था. इस गिरोह को संचालित करने वालों में एक सिविल इंजीनियरिंग का छात्र भी शामिल है. पुलिस ने इस गैंग के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है. ये सभी अपने महंगे शौक पूरा करने और गर्लफ्रेंड को रिझाने के लिए अपराध करते थे.

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पुलिस पकड़े गए सभी आरोपियों से पूछताछ कर रही है पुलिस पकड़े गए सभी आरोपियों से पूछताछ कर रही है

परवेज़ सागर / अनुज मिश्रा

  • नई दिल्ली,
  • 18 फरवरी 2018,
  • अपडेटेड 6:43 PM IST

दिल्ली पुलिस ने चोरों के एक ऐसे शातिर गिरोह का पर्दाफाश किया है, जिसने पुलिस के नाक में दम कर रखा था. इस गिरोह को संचालित करने वालों में एक सिविल इंजीनियरिंग का छात्र भी शामिल है. पुलिस ने इस गैंग के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है. ये सभी अपने महंगे शौक पूरा करने और गर्लफ्रेंड को रिझाने के लिए अपराध करते थे.

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दरअसल, चोरों का ये गिरोह सेंधमारी करता था. साउथ ईस्ट दिल्ली पुलिस इनकी करतूतों से परेशान थी. पुलिस लगातार इस गिरोह को तलाश कर रही थी. इसी बीच पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि कुछ लोग चोरी का सामान बेचने जा रहे हैं. सूचना के आधार पर पुलिस ने ओखला इलाके से बाइक सवार 3 युवकों को एलसीडी ले जाते समय धर दबोचा.

जांच में पता चला कि उनके पास से बरामद बाइक चोरी की है. जो सामान वो लेकर जा रहे थे, वो भी चोरी का था. पुलिस ने तीनों से पूछताछ की तो पता चला कि ये उसी शातिर गिरोह के चोर हैं, जो इलाके में लगातार चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहा था. इनकी निशानदेही पर ही पुलिस ने इनके चौथे साथी को भी गिरफ्तार कर लिया.

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पकड़े गए शातिर चोरों के पास से पुलिस ने चोरी के एलसीडी और लैपटॉप बरामद किए हैं. पूछताछ में पता चला कि आरोपी राहुल, फईम, नईम और राजा उर्फ मुस्तफा अमीरों जैसी लाइफ जीने के आदि थे. वे अपनी अपनी गर्लफ्रेंड पर रोजाना हज़ारों रुपये खर्च कर देते थे. उन्हें नशे की लत भी थी.

डीसीपी चिन्मय बिस्वाल के मुताबिक इन सब जरूरतों को पूरा करने के लिए ये सभी चोर बन गए. इनके गिरोह का सदस्य राहुल शर्मा नेहरू प्लेस में दुकान चलाता था. वो चोरी के लैपटॉप और एलसीडी आसानी से बेच दिया करता था.

पुलिस के अनुसार इन चारों पर पहले से ही आपराधिक मामले दर्ज हैं. इस गिरोह का खास सदस्य राजा उर्फ मुस्तफ़ा जामिया से सिविल इंजीनियरिंग कर रहा था. लेकिन महंगे शौक और बुरी आदतों ने उसे सलाखों के पीछे पहुंचा दिया.

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