नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर उत्तर पूर्वी दिल्ली में हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही है. मौजपुर, जाफराबाद समेत कई इलाकों में सोमवार को हिंसा भड़की. इसके बाद मंगलवार को भी भजनपुरा में दो गुटों के बीच पथराव हुआ. हिंसा के दौरान करीब 30 घंटे में अभी तक 10 लोगों की जान जा चुकी है.
22 फरवरी 2020, रात के 10.30 बजे
उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के नीचे धीरे-धीरे नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध में महिलाओं की भीड़ जुटनी शुरू हुई. महिलाओं ने स्टेशन के नीचे एक तरफ की सड़क को जाम कर दिया और विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गया.
23 फरवरी 2020, सुबह के 9 बजे
जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के नीचे की सड़क बंद हो जाने से यातायात बाधित होने लगा. आवाजाही पर असर पड़ा. लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा. हालात को देखते हुए पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से सड़क खोलने का आग्रह किया. पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच बात चल ही रही थी कि इस बीच बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने ट्वीट कर लोगों से सीएए के समर्थन में मौजपुर चौक पर जमा होने की अपील कर डाली.
23 फरवरी 2020, 3.30 से 4 बजे
नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के समर्थकों की भीड़ वहां जमा हो गई. इसके बाद वहां पहुंचकर बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने पुलिस को 3 दिन के भीतर सड़क खुलवाने का अल्टीमेटम दिया.
23 फरवरी 2020, 4 बजे
दिल्ली के बाबरपुर इलाके में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के समर्थकों और विरोधियों ने एक-दूसरे पर पत्थरबाजी शुरू कर दी.
23 फरवरी 2020, 4 से 5 बजे
नतीजा ये हुआ कि दिल्ली के मौजपुर, करावल नगर, बाबरपुर और चांद बाग इलाके में हिंसा और बवाल शुरू हो गया. नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोधी और समर्थक आपस में भिड़ गए.
23 फरवरी 2020, रात 9 से 11 बजे
हिंसा शुरू हो जाने के बाद बेकाबू हो गई. राजधानी दिल्ली के करावल नगर, मौजपुर, बाबरपुर और चांदबाग के इलाके में उपद्रवियों ने कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया. 23 फरवरी की रात पुलिस ने हालात पर काबू पाने का दावा किया
24 फरवरी 2020, सुबह करीब 7 बजे
मौजपुर चौक पर नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के समर्थन में लोग बैठे थे.
24 फरवरी 2020, सुबह 10 बजे
इस दौरान नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के समर्थक और विरोधी आमने-सामने आ गए और नारेबाजी करने लगे.
24 फरवरी 2020, दोपहर 12-1.30 बजे
दोपहर होते-होते बाबरपुर इलाके में पत्थरबाजी शुरू हो गई. नकाब पहने उपद्रवी हाथ में तलवार लहराते हुए सड़कों पर उतर आए. बाबरपुर से शुरू हुई हिंसा करावल नगर, शेरपुर चौक, कर्दमपुरी और गोकलपुरी तक फैलती चली गई.
24 फरवरी 2020, 2.30 से 3.30 बजे
भजनपुरा में बस समेत कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया. पेट्रोल पंप में भी आग लगा दी गई. हिंसा में एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई, जबकि डीसीपी घायल हो गए.
24 फरवरी 2020, 7.30 से 8 बजे
सुबह से शुरू हुआ हिंसा का दौर रुक-रुक कर रात तक चलता रहा. गोकुलपुरी इलाके में टायर मार्केट को उपद्रवियों ने आग के हवाले कर दिया. टायर की दुकानें धू-धू कर जलने लगीं.
24 फरवरी 2020, रात 10 बजे
देर रात तक हिंसा और बवाल जारी रहा. रात करीब 10 बजे मौजपुर और घोंडा चौक भी हिंसा और बवाल शुरू हो गया.
25 फरवरी 2020, सुबह 7 बजे
आज मौजपुर और ब्रह्मपुरी में पत्थर बाजी शुरू हो गई है. पथराव शुरू होने के बाद वहां भारी संख्या में पुलिसबलों की तैनाती की जा रही है. पत्थरबाजी की वजह से कई लोगों को चोट लगने की भी खबर हैं. प्रभावित इलाकों में हालात संभालने के लिए अर्द्धसैनिक बलों की 37 कंपनियां भी तैनात की गई हैं.
- 3 बजे ब्रह्मपुरी की गली नंबर 13 में फायरिंग हुई.
- घोंडा के बाद ब्रह्मपुरी में सुबह 5 बजे तक पत्थरबाजी हुई.
- सुबह के 07.30 बजे के आसपास मौजपुर में पत्थरबाजी शुरू हुई.
- दोपहर 2 बजे के आसपास गोरख पार्क गली नंबर 1 के बाहर एक कपड़े के शोरूम में आग लगा दी गई
- दोपहर 3 बजे मौजपुर इलाके के पास ही स्थित कर्दमपुरी में शुरू हुई दोनों तरफ से फायरिंग. पुलिस की टीम पर भी हुई पत्थरबाजी.
- 3.15 बजे दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर, क्राइम ब्रांच -प्रवीर रंजन पहुंचे नॉर्थ ईस्ट डीसीपी दफ्तर. नॉर्थ ईस्ट में हो रहे हिंसा के मद्देनजर चल रही है यहां महत्वपूर्ण बैठक. स्पेशल कमिश्नर (कानून -व्यवस्था) सतीश गोलचा पहले से ही हैं इस दफ्तर में मौजूद.
तनसीम हैदर / परवेज़ सागर