अगस्ता वेस्टलैंड घोटालाः जानिए कौन हैं दीपक तलवार और राजीव सक्सेना

Agusta Westland Scam इससे पहले पिछले साल दिसंबर में संयुक्त अरब अमीरात की सरकार ने प्रत्यर्पण के जरिये ब्रिटिश नागरिक क्रिश्चियन मिशेल को भारत को सौंपा था. क्रिश्चियन मिशेल ने 3,600 करोड़ रुपये के VVIP चॉपर डील में बिचौलिये की भूमिका निभाई थी.

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दीपक तलवार और राजीव सक्सेना से ED पूछताछ कर रही है (फाइल फोटो) दीपक तलवार और राजीव सक्सेना से ED पूछताछ कर रही है (फाइल फोटो)

परवेज़ सागर

  • नई दिल्ली,
  • 31 जनवरी 2019,
  • अपडेटेड 11:04 PM IST

अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला मामले में क्रिश्चियन मिशेल के बाद दो आरोपी दीपक तलवार और राजीव सक्सेना भारत वापस लाए गए हैं. दोनों को प्रवर्तन निदेशालय (ED) के दफ्तर लाया गया. जहां दोनों से लगातार पूछताछ की जा रही है. आरोपी कारोबारी राजीव सक्सेना को संयुक्त अरब अमीरात के दुबई शहर से गिरफ्तार किया गया था. दरअसल, भारतीय एजेंसियों को लंबे समय से इन दोनों की तलाश थी.

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कौन हैं दीपक तलवार

दीपक तलवार पर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप हैं. उन पर उनके एनजीओ के जरिए 90 करोड़ रुपये से ज्यादा के फंड का दुरुपयोग के आरोप हैं. उन पर फॉरेन कॉन्ट्रिब्यूशन रेगुलेशन एक्ट (FCRA) के उल्लंघन के आरोप हैं. दीपक तलवार दुबई फरार हो गए थे.

दीपक तलवार के खिलाफ भारत में 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति को छुपाने के मामले की भी जांच चल रही थी. दीपक को कई राजनेताओं का करीबी माना जाता है. बताया जा रहा है कि अगस्ता वेस्टलैंड केस में लॉबिस्ट दीपक तलवार का नाम आते ही वो फरार हो गया था.

कौन हैं राजीव सक्सेना

राजीव सक्सेना और उनकी पत्नी शिवानी अगस्ता वेस्टलैंड केस में आरोपी हैं. दोनों दुबई की कंपनी UHY Saxena and Matrix Holdings के निदेशक हैं. प्रवासी भारतीय राजीव सक्सेना मॉरीशस की एक कंपनी इंटरसेलर टेक्नोलॉजिज लिमिटेड के निदेशक और शेयरहोल्डर हैं.

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आरोप है कि इस कंपनी का चॉपर डील में लांड्रिंग करने में इस्तेमाल किया गया. जांच एजेंसियों के मुताबिक राजीव सक्सेना पेशे से वकील गौतम खेतान के करीबी हैं. खेतान अभी ईडी की कस्टडी में हैं.

क्रिश्चियन मिशेल का प्रत्यर्पण

पिछले साल दिसंबर में संयुक्त अरब अमीरात की सरकार ने प्रत्यर्पण के जरिये ब्रिटिश नागरिक क्रिश्चियन मिशेल को भारत को सौंपा था. क्रिश्चियन मिशेल ने 3,600 करोड़ रुपये के VVIP चॉपर डील में बिचौलिये की भूमिका निभाई थी. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दिसंबर में दुबई के कारोबारी राजीव सक्सेना की जमानत याचिका के जवाब में कोर्ट में उन्हें भारत लाए जाने के बारे में की गई अपील को लेकर सूचित किया था. क्योंकि बार-बार समन के बावजूद राजीव सक्सेना इस केस में पूछताछ के लिए उपस्थित नहीं हुए.

बता दें कि बार-बार समन दिए जाने के बावजूद पूछताछ में नहीं शामिल होने पर पिछले साल 6 अक्टूबर को कोर्ट ने राजीव सक्सेना के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था. राजीव सक्सेना का नाम उस चार्जशीट में है, जो उनकी पत्नी शिवानी के खिलाफ दायर किया गया था. अभी वह जमानत पर हैं.

गौरतलब है कि वीवीआईआई हेलिकॉप्टर के लिए किए गए अगस्ता वेस्टलैंड सौदे में इटली की एक अदालत का फैसला आने के बाद देश की राजनीति में भूचाल आ गया था. बताया जाता है कि 53 करोड़ डॉलर का ठेका पाने के लिए कंपनी ने भारतीय अधिकारियों को 100 से 125 करोड़ रुपये तक की रिश्वत दी थी. इस मामले में पूर्व आईएएफ चीफ एसपी त्यागी का भी नाम सामने आया था.

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कौन हैं एसपी त्यागी?

हेलीकॉप्टर घोटाले में शक के दायरे में आए एसपी त्यागी का पूरा नाम शशींद्र पाल त्यागी है. इनका जन्म 14 मार्च 1945 को मध्यप्रदेश के इंदौर में हुआ था. इन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई जयपुर के सेंट जेवियर स्कूल से की थी. 31 दिसंबर 1963 को एस पी त्यागी भारतीय वायु सेना में शामिल हुए. त्यागी ने 1965 और 1971 की जंग में भी शिरकत की है. जब सन 1980 में जगुआर भारतीय वायु सेना में शामिल किया गया तो उस दौरान त्यागी का नाम भी उसे उड़ाने वाले आठ पायलटों में शामिल था. 1985 में उन्हें प्रतिष्ठित वायुसेना मेडल से नवाजा गया था. 31 दिसंबर 2004 को एसपी त्यागी ने भारतीय वायुसेना के 20वें एयर चीफ मार्शल के रूप में कार्यभार संभाला.

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