Yavatmal Minor Girl Rape Abortion Death: महाराष्ट्र के यवतमाल जिले में एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है. जिसमें एक नाबालिग छात्रा के साथ कई बार बलात्कार किया गया. और जब वह गर्भवती हो गई तो उसका गर्भपात कराने के लिए उसे एक अस्पताल ले जाया गया. जहां उस लड़की ने सोमवार को दम तोड़ दिया. वजह ये थी कि उस लड़की डॉक्टर ने गर्भपात के लिए एक गोली दे दी, लेकिन बहुत ज्यादा रक्तस्राव होने की वजह से उस लड़की की जान चली गई.
इस खौफनाक वारदात की शिकार बनी 17 वर्षीय छात्रा 12वीं कक्षा में पढ़ती थी. सोमवार को नांदेड़ के एक निजी अस्पताल में गंभीर रक्तस्राव के कारण उसकी मौत हो गई. पता चला कि पुसाद के एक डॉक्टर द्वारा गर्भपात की गोली दिए जाने के एक दिन बाद ये सब हुआ. क्योंकि पीड़िता के पिता ने उसका गर्भपात कराने का प्रयास करवाया, लेकिन यही बात उसके लिए घातक साबित हुई.
पुलिस के मुताबिक, ट्यूशन टीचर बार-बार उस छात्रा के साथ बलात्कार कर रहा था. विरोध करने पर उसके साथ मारपीट करता था. टीचर की करतूत के चलते वो लड़की साढ़े चार महीने से ज़्यादा की गर्भवती थी. अस्पताल में सुबह लगभग 6 बजे पीड़िता की मौत हो गई, जिससे उसका परिवार और तमाम जानने वाले शोक में डूब गए हैं.
पीड़ित लड़की यवतमाल के एक साधारण परिवार की एक मेधावी छात्रा थी. वह दिसंबर 2024 से 28 वर्षीय संदेश गुंडेकर की ट्यूशन क्लासेस में पढ़ रही थी. शुरुआत में उसने 10वीं कक्षा की तैयारी के लिए दाखिला लिया था, फिर 11वीं कक्षा और अब 12वीं कक्षा तक वहीं पर पढ़ाई जारी रखी.
पीटीआई के मुताबिक, पुलिस को जांच में पता चला कि ट्यूशन टीचर संदेश गुंडेकर ने उसके भरोसे का फायदा उठाया, उससे शादी का झूठा वादा करके उसे फंसाया और कई महीनों तक उसके साथ कई बार यौन संबंध बनाए और उसका उत्पीड़न किया.
भटकुली पुलिस स्टेशन के सहायक पुलिस निरीक्षक पांडुरंग सिंधे ने बताया कि पुलिस ने मौत से पहले नाबालिग लड़की बयान दर्ज किया है, जो आरोपी के खिलाफ एक पुख्ता सबूत है. बार-बार बलात्कार के कारण वह गर्भवती हो गई थी, जिसका पता हाल ही में तब चला जब उसकी तबीयत बिगड़ने लगी थी.
ये बात जानकर लड़की के परिवार वाले खासे दुखी और परेशान थे. अपनी बेटी को कलंक से बचाने के लिए उन्होंने उसका गर्भपात कराने का फैसला किया. जिसके लिए उसके पिता उसे शनिवार को पुसाद ले गए. वहां, डॉक्टर ने गर्भावस्था के उन्नत चरण के बावजूद, उसे गर्भपात की गोली खिला दी. कुछ ही घंटों में, नाबालिग लड़की को भारी रक्तस्राव होने लगा.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि अत्यधिक खून बह जाने की वजह से उसकी हालत बिगड़ी और वह बेहोश हो गई. इसके बाद उसे पहले आपातकालीन चिकित्सा के लिए पुसाद के एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी हालत तेज़ी से बिगड़ती गई, जिसकी वजह से उसे रविवार देर रात नांदेड़ के एक तृतीयक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया. लेकिन तब तक हालात बेकाबु हो चुके थे.
भटकुली पुलिस ने इस मामले के आरोपी टीचर संदेश गुंडेकर को बलात्कार और यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम के तहत यवतमाल में मौजूद उसके घर से गिरफ्तार कर लिया. संदेश गुंडेकर फिलहाल हिरासत में है और उससे पूछताछ की जा रही है.
उधर, पुसाद क्लिनिक के डॉक्टर पर अब नाबालिग को गर्भपात की गोली देने के आरोप में गाज गिरी है. उसके खिलाफ जांच चल रही है. पुलिस ने लापरवाही या संभावित धोखाधड़ी की आशंका के चलते उसके मेडिकल रिकॉर्ड और गोली के नमूने ज़ब्त कर लिए हैं. क्योंकि अल्ट्रासाउंड पुष्टि या अस्पताल की सहायता के बिना ऐसी दवा देना मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेगनेंसी (एमटीपी) अधिनियम का उल्लंघन है. इस मामले को लेकर पीड़ित का परिवार शोक में डूबा हुआ है.
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