Israel-Hamas War: इजरायल और हमास के बीच चल रही जंग अब घातक होती जा रही है. इसका दायरा भी बढ़ता जा रहा है. इजरायल में हमास के आतंकियों के द्वारा किए गए कत्लेआम के बाद गाजा पर पट्टी पर जो हमले शुरू हुए थे, वो अब लेबनान सीमा तक जा पहुंचे हैं. इस युद्ध में अब तक गाजा में 4741 और इजरायल में 1400 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं. 1000 से अधिक आतंकियों को हवाई हमले में मार गिराया गया है, लेकिन ईरान और लेबनान की धमकी को देखते हुए अमेरिका ने अपने दोस्त इजरायल के लिए अभूतपूर्व सैन्य तैनाती का ऐलान किया है. इसके तहत अमेरिका ने इजरायल के चारों तरफ एक अभेद्य सुरक्षा कवच बनाया है.
इस अभेद्य सुरक्षा कवच में मुख्य तौर पर चार डिफेंस सिस्टम शामिल हैं. पहला पैट्रियट मिसाइल डिफेंस सिस्टम, दूसरा थॉड एयर डिफेंस सिस्टम, तीसरा यूएएस आइजनहावर पर तैनात मिसाइल डिफेंस सिस्टम और चौथा यूएसएस गेराल्ड आर फोर्ड पर तैनात मिसाइल डिफेंस सिस्टम है. ईरान से पहले रूस ने भी अपनी किंजल मिसाइल से अमेरिका को डराने की कोशिश की थी. इन हमलों को नाकाम करने के लिए अमेरिका इजरायल के चारों तरफ अभेद्य कवच बना रहा है. दूसरी तरफ गाजा पट्टी पर हवाई हमलों और रॉकेट दागने के बाद इजरायल ने अपने घातक हथियार आयरन स्टिंग मोर्टार से हमले शुरू कर दिए हैं, जो आतंकियों पर भारी पड़ रहे हैं.
इजरायल की सुरक्षा में तैनात चारों डिफेंस सिस्टम की खासियत इस प्रकार है...
1. पैट्रियट डिफेंस सिस्टम
पैट्रियट डिफेंस सिस्टम की सबसे बड़ी खासियत ये है कि ये दुश्मन द्वारा चलाए गए क्रूज मिसाइलों और कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों को उनके टारगेट तक पहुंचने से पहले ध्वस्त कर देती है. इतना ही नहीं लड़ाकू विमानों को भी खत्म करने की इसमें क्षमता है. यह डिफेंस सिस्टम मानव रहित रडार और मिसाइल लॉन्चर से लैस होता है. ये एक साथ चार एंटी मिसाइल दाग सकता है. इसके रडार की रेंज 110 किमी तक होती है. पैट्रियट डिफेंस सिस्टम के चार प्रमुख ऑपरेशनल काम होते हैं. कम्युनिकेशन, कमांड और कंट्रोल, रडार सर्विलांस और मिसाइल गाइडेंस. इसके चारों काम मिलकर एक समन्वित, सुरक्षित, एकीकृत, मोबाइल एयर डिफेंस सिस्टम प्रदान करते हैं. अमेरिका इसे कई बड़े जंग में इस्तेमाल कर चुका है, जिसमें यूक्रेन, सीरिया, ईराक, सऊदी अरब में हुए युद्ध शामिल हैं.
2. थॉड एयर डिफेंस सिस्टम
थॉड एयर डिफेंस सिस्टम यानी टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस, अमेरिका के सबसे भरोसेमंद हथियारों में से एक है, जिसका इस्तेमाल घातक मिसाइलों से बचाव के लिए किया जाता है. इस डिफेंस सिस्टम की ताकत का अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि ये किसी भी मिसाइल को उसके पहले चरण में ही तबाह कर देता है. इतना ही नहीं 200 किमी दूर मौजूद मिसाइल को भी मार गिराता है. इसे छोटी, मध्यम और मध्यवर्ती दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों को रोकने और नष्ट करने के लिए डिजाइन किया गया है. ये 'हिट टू किल' तकनीक पर काम करता है. इसमें एक साथ 8 एंटी मिसाइल दागने की क्षमता है. अमेरिका ने इसे साउथ कोरिया में भी तैनात कर रखा है. इसके अलावा पहले इजरायल, संयुक्त अरब अमीरात, रोमानिया और साउथ कोरिया में भी इसे तैनात किया जा चुका है.
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3. गेराल्ड आर फोर्ड डिफेंस सिस्टम
अमेरिका के जंगी जहाज यूएसएस गेराल्ड आर फोर्ड को दुनिया का सबसे बड़ा एयरक्राफ्ट कैरियर माना जाता है. परमाणु ऊर्जा से चलने वाला जंगी जहाज गेराल्ड फोर्ड 76 मीटर ऊंचा है. इस तरह उसकी ऊंचाई दिल्ली के कुतुब मीनार (73 मीटर) से भी ज्यादा है. इसकी क्षमता 1 लाख टन से ज्यादा बताई गई है. इस पर एक साथ 70 फाइटर जेट ले जाया जा सकता है. इसे चलाने के लिए 4500 नौसैनिक लगातार काम करते हैं. इसकी रफ्तार 56 किमी प्रति घंटा है.
4. आइजनहावर डिफेंस सिस्टम
इसी तरह अमेरिका का दूसरा सबसे बड़ा जंगी जहाज आइजनहावर साल 1977 से तैनात है. इसने खाड़ी युद्ध में अहम भूमिका निभाई है. इसमें एक साथ 56 फाइटर जेट और हेलीकॉप्टर तैनात किए जा सकते हैं. थ्रीडी रडार से लैस इस जंगी जहाज में टारगेट को इंटरसेप्ट करके नष्ट करने की क्षमता है. यूएसएस आइजनहावर का नाम अमेरिका 34वें राष्ट्रपति डी आइजनहावर के नाम पर रखा गया है. इसमें एक बार में 5000 से अधिक सैनिक तैनात किए जा सकते हैं.
इजरायल ने शुरू किया आयरन स्टिंग मोर्टार से हमला
इस युद्ध में पहली बार इजरायल का हमास पर अब आयरन स्टिंग मोर्टार से वार शुरु हो चुका है. 17 दिन के युद्ध में पहली बार इजरायल ने आयरन स्टिंग मोर्टार से अटैक शुरु किया है. ये गाइडेड मोर्टार हैं जो तय आतंकी ठिकाने पर हमला करने में कोई चूक नहीं करते हैं. इसे युद्ध में अब गेमचेंजर कहा जा रहा है, क्योंकि इसमें रॉकेट वहीं गिरता है, जहां निशाना बनाया जाता है. इससे पहले रविवार की रात गाजा पर इजरायल की सबसे भीषण बमबारी की रात थी. बीते 24 घंटे में 25 ठिकानों पर इजरायल की बमबारी में 400 से भी ज्यादा फिलिस्तीनियों की मौत हो गई. है. तीन हमले तो इजरायल ने अस्पतालों के आसपास किए, जहां अस्पताल में भर्ती लोगों के परिजनों ने पनाह ले रखी थी.
इजरायल ने हमास को आईएस से भी खतरनाक बताया
इजरायल हमास के आतंकियों को इस्लामिक स्टेट से भी खतरनाक बता रहा है. आईएसआईएस के खिलाफ कार्रवाई में भी सीरिया से लेकर इराक तक हजारों बेकसूर लोग मारे गए थे. वैसा ही नसीब इस बार गाजा के लोगों का है. इजरायल अपने हमलों से उन्हें ये एहसास दिला रहा है कि उन्होंने हमास को चुनकर बहुत बड़ी गलती की है. दूसरी तरफ इजरायल इस वक्त चार अलग-अलग मोर्चे पर अपने दुश्मनों से भिड़ रहा है. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास का साथ दे रहे हिजबुल्लाह को कड़ी चेतावनी दी है. उन्होंने कहा है कि हिजबुल्लाह युद्ध में कूदा तो ये उसकी और लेबनान की आखिरी गलती होगी. लेबनान सीमा पर भी इजरायली सेना की बड़े पैमाने पर तैनाती कर दी गई है.
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