Lulu Mall Controversy: मॉल में 1016 CCTV किए एक्टिव, 200 सिक्योरिटी गार्ड तैनात

लखनऊ के लुलु मॉल में नमाज पढ़ने के बाद शुरू हुआ विवाद बढ़ता ही जा रहा है. मॉल की सुरक्षा में 200 सिक्योरिटी गार्ड तैनात किए गए हैं. साथ ही परिसर में 1016 सीसीटीवी कैमरों को भी एक्टिव कर दिया गया है.

Advertisement
लखनऊ में स्थित लुलु मॉल (Photo: PTI) लखनऊ में स्थित लुलु मॉल (Photo: PTI)

आशीष श्रीवास्तव / संतोष शर्मा

  • लखनऊ,
  • 17 जुलाई 2022,
  • अपडेटेड 3:12 PM IST
  • करणी सेना के 10 लोग हिरासत में
  • हर फ्लोर पर मॉल प्रबंधन ने सुरक्षा बढ़ाई
  • 200 सिक्योरिटी गार्ड तैनात किए गए

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के लुलु मॉल में नमाज पढ़ने को लेकर विवाद थम नहीं रहा है. विवादों के बीच अब मॉल प्रबंधन ने हर फ्लोर पर सुरक्षा बढ़ा दी है. मॉल की सुरक्षा के लिए करीब 200 सिक्योरिटी गार्ड तैनात किए गए हैं, साथ ही 1016 सीसीटीवी कैमरे भी एक्टिव कर दिए गए हैं. मॉल प्रबंधन ने ये फैसला करणी सेना से जुड़े 10 लोगों को हिरासत में लिए जाने के बाद लिया है.

Advertisement

पकड़े गए करणी सेना के लोग मॉल का बायकॉट करने से संबंधित बैनर लेकर जा रहे थे. उधर, इस मामले में लखनऊ के सीपी डीके ठाकुर ने कार्रवाई करते हुए गोल्फ सिटी के स्थानीय एसएचओ अजय प्रताप सिंह को प्रभार से हटा दिया है. उन्हें पुलिस लाइन भेज दिया गया है. शैलेंद्र गिरि को नया SHO बनाया गया है. इसके अलावा डीसीपी साउथ जोन गोपाल चौधरी का भी ट्रांसफर कर दिया गया है. उन्हें डीसीपी क्राइम के पद पर तैनाती दी गई है. अब सुभाष चंद्र शाक्य लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट के साउथ जोन के नए डीसीपी होंगे. 

बता दें कि एक दिन पहले ही दो युवकों ने मॉल के अंदर हनुमान चालीसा का पाठ किया था और जय श्रीराम के नारे भी लगाए थे. पुलिस ने दोनों युवकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. इस घटना के बाद से स्थानीय पुलिस-प्रशासन और भी अलर्ट हो गया है. लखनऊ के पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने कहा है कि हनुमान चालीसा के वायरल वीडियो का संज्ञान लिया है. कमिश्नर डीके ठाकुर ने लुलु मॉल की सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए. पुलिस ने कहा कि लुलु मॉल के बाहर ड्रोन कैमरे से निगरानी की जाएगी. मॉल के आसपास हर तरह की गतिविधियों पर पुलिस की नजर रहेगी. इसके अलावा, लुलु मॉल की तरफ जाने वाले प्रमुख चौराहों पर मॉनिटरिंग के लिए ड्रोन कैमरे उड़ाए जाएंगे.

Advertisement

कैसे शुरू हुआ विवाद?

लुलु मॉल का 10 जुलाई को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उद्घाटन किया था. इसके बाद 12 जुलाई को एक वीडियो सामने आया, जिसमें लुलु मॉल के कैंपस में कुछ लोग नमाज पढ़ते दिखाई दिए. इस वीडियो के वायरल होने पर अखिल भारत हिंदू महासभा ने कड़ी आपत्ति जताई थी.

हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी ने कहा था, 'लुलु मॉल में फर्श पर लोगों ने बैठकर नमाज पढ़ी, इस वीडियो से यह सिद्ध हो गया कि लुलु मॉल में सरकार के आदेशों का उल्लंघन हुआ, क्योंकि सरकार शुरुआत से ही सार्वजनिक स्थानों पर नमाज न पढ़ने की हिदायत दे रही है.' नमाज को लेकर विवाद बढ़ा तो लुलु मॉल प्रबंधन सामने आया और उसने नमाज पढ़ने वालों पर केस दर्ज करा दिया.

इसके बाद 15 जुलाई को अखिल भारतीय हिंदू महासभा ने एक और वीडियो जारी करते हुए लुलु मॉल के अंदर नमाज पढ़ने का दावा किया. इस वीडियो के बाद हिंदू महासभा ने सुंदरकांड पाठ करने का ऐलान किया था.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement