उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा की जांच के लिए सुपरवाइजरी कमेटी का गठन किया गया है. इस कमेटी में पुलिसकर्मी समेत टेक्नीकल स्टाफ भी होगा, जो सारे सबूत इकट्ठा करेगी. इस कमेटी के बारे में लखनऊ रेंज की आईजी लक्ष्मी सिंह ने 'आजतक' से खास बात की. इस दौरान उन्होंने आशीष मिश्रा को लेकर कहा कि सोशल मीडिया पर जो भी वीडियो आ रहे हैं, उनकी जांच की जाएगी.
आईजी रेंज लक्ष्मी सिंह ने बताया कि लखीमपुर हिंसा की जांच के लिए एक सुपरवाइजरी कमेटी का गठन किया गया है, जिसमें सारी टेक्नीकल चीजें आएंगी. इस कमेटी में एडिशनल एसपी, दो सर्कल ऑफिसर, एक एसएचओ और टेक्नीकल स्टाफ होगा. ये कमेटी उन सारे सबूतों जुटाएगी जो अदालत में साबित हो सकें.
उन्होंने बताया कि कल लखीमपुर पुलिस ने एक अपील भी जारी की है जिसमें उन्होंने इस घटना से जुड़े वीडियो मांगे हैं. पुलिस ने कहा है कि जो लोग वीडियो देंगे, उनका नाम भी गोपनीय रखा जाएगा. उन्होंने कहा कि जितने भी लोग गवाह के तौर पर सामने आएंगे, उनसे पूछताछ की जाएगी.
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आईजी लक्ष्मी सिंह ने बताया कि इस मामले में अभी मृतक किसान के भाई की ओर से एफआईआर दर्ज कराई गई है, जिसमें कई अज्ञात लोग हैं. एक एफआईआर दूसरे पक्ष ने भी दर्ज कराई है और उन्होंने किसी को नामजद नहीं किया है.
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा पर IG ने बताया कि तहरीर में किसानों ने मंत्री जी का नाम भी डाला है, इसको लेकर लोकल पुलिस कार्रवाई कर रही है.
वहीं, मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा और वायरल वीडियो पर उन्होंने बताया कि ये सब वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं, अभी विवेचक के पास नहीं पहुंचे हैं, हम सभी वीडियो का परीक्षण करेंगे.
नेताओं को लखीमपुर आने से रोकने के सवाल पर आईजी लक्ष्मी ने कहा कि कानून व्यवस्था की दिक्कत है, किसी को भी आने नहीं दे सकते.
समर्थ श्रीवास्तव