दिल्ली: पहले महिला का कत्ल फिर उसके गवाह बेटे को फंसाने के लिए फिल्मी प्लान, पुलिस ने ऐसे किया खुलासा

दिल्ली (Delhi) के सिविल लाइन थाने (Civil Lines Police Station) की पुलिस टीम ने एक ऐसे मामले का खुलासा किया है, जहां फिल्मी स्टाइल में एक हत्यारोपी शख्स ने गवाह को फंसाने के लिए खुद पर गोली चलवाई (Firing).

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पुलिस जांच में अमरपाल के मंसूबों पर पानी फिर गया. पुलिस जांच में अमरपाल के मंसूबों पर पानी फिर गया.

तनसीम हैदर

  • नई दिल्ली,
  • 06 जुलाई 2021,
  • अपडेटेड 9:41 AM IST
  • कोरोना के चलते मिली थी जमानत
  • आरोपी गवाह पर डाल रहा था दबाव
  • पुलिस की तफ्तीश में सामने आया सच

दिल्ली (Delhi) के सिविल लाइन थाने (Civil Lines Police Station) की पुलिस टीम ने एक ऐसे मामले का खुलासा किया है, जहां फिल्मी स्टाइल में एक हत्यारोपी शख्स ने गवाह को फंसाने के लिए खुद पर गोली चलवाई (Firing). उसने ऐसा इसलिए किया क्योंकि जिस हत्या ( Murder) के मामले में वह सजा काट रहा था, उस मामले में गवाह को पीछे हटने के लिए दबाव कारगर साबित नहीं हो रहा था. जब गवाह माना नहीं, तो उसे फंसाने के लिए अपने साथियों से अपने ऊपर ही गोली चलवा दी.

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इस कहानी की शुरुआत सन 2019 से होती है जब मजनू का टीला (Majnu ka Tila) इलाके के रहने वाले अमरपाल (Amarpal) ने अपने साथियों के साथ मिलकर सोमवती नाम की महिला की हत्या (Murder) कर दी थी. इस क़त्ल में सोमवती का बेटा ओमबीर मुख्य गवाह था. इसी बीच 29 मई को करोनो के चलते अमरपाल को अंतरिम जमानत पर जेल से रिहा किया गया था. 60 दिन की रिहाई पाने के बाद अमरपाल ने गवाह को डराने,धमकाने और फंसाने के लिए एक साजिश रची.

डीसीपी एन्टो अलफोंस ने बताया कि आरोपी अमरपाल ने अपने साथियों के साथ मिलकर सिविल लाइन के एक सुनसान इलाके में जाकर खुद के ऊपर एक फायर करवाया और यह शोर मचाता है कि उसे खत्म करने की कोशिश ओमबीर ने की है ताकि ओमवीर को हत्या के प्रयास के मामले में फंसाया जा सके. इस मामले में सिविल लाइन थाने की पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जिसकी पहचान अनिल के रूप में हुई है. जबकि अमरपाल जो हत्या के मामले में पैरोल पर बाहर आया था. वह अभी हॉस्पिटल में भर्ती है.

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डीसीपी एन्टो अलफोंस के अनुसार अमरपाल पर सोमवती नाम की एक महिला की हत्या का आरोप है. इस आरोप के चलते वह जेल में बंद था. कुछ समय पहले वह पैरोल पर बाहर आया था. अपने मामले को खत्म करने के लिए उसने दवाब बनाना शुरू किया और मृतक महिला सोमवती के बेटे को डराना धमकाना शुरू कर दिया लेकिन जब वह नहीं माना तो अमरपाल ने प्लानिंग के तहत अपने साथियों से गोली चलवा दी. फिर सोमवती के बेटी ओमबीर पर गोली चलाने का आरोप लगा दिया लेकिन इस मामले में पुलिस की जांच ने उल्टा खुलासा कर दिया और अमरपाल के मंसूबे पर पानी फिर गया.

 

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