असम: बाल विवाह को लेकर पुलिस एक्शन के बीच एक और महिला ने किया सुसाइड

असम के कई जिलों में बाल विवाह के मामलों में गिरफ्तारियां हुई हैं. पुलिस एक के बाद एक ताबड़तोड़ एक्शन ले रही है. अब तक राज्य में अब तक 4074 से ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं. 2441 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. असम के कुछ इलाकों में पुलिस की कार्रवाई का विरोध भी शुरू हो गया है.

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महिला ने किया सुसाइड. (Representational image) महिला ने किया सुसाइड. (Representational image)

aajtak.in

  • धुबरी,
  • 12 फरवरी 2023,
  • अपडेटेड 7:06 AM IST

असम के धुबरी जिले के पास मानकचर में एक महिला ने आत्महत्या कर ली. असम में बाल विवाह को लेकर हो रही सख्त कार्रवाई की वजह से महिला ने यह खौफनाक कदम उठाया है. इसको लेकर तमाम लोगों पर पुलिस ने एक्शन लिया है. इसी बीच यहां एक महिला ने अपनी जान दे दी. 

पुलिस के अनुसार, महिला की पहचान माफिदा खातून के रूप में की गई है, जो कमार पाडा गांव की रहने वाली है. घटना की जानकारी मिलने के बाद नजदीकी थाना साउथ सलमारा से पुलिस मौके पर पहुंची और जायजा लिया. बताया जा रहा है कि माफिदा खातून की शादी 3 महीने पहले ही गांव के एक लड़के के साथ हुई थी. 

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लोगों का कहना है कि तीन फरवरी को एक और महिला ने पंखे से लटककर अपनी जान दे दी थी. यह महिला भी जिले के मानकचर साउथ सलमारा की रहने वाली थी. पुलिस ने माफिदा खातून के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.

बाल विवाह के खिलाफ हो रहा है लगातार एक्शन

बता दें कि असम में बाल विवाह के खिलाफ लगातार एक्शन हो रहा है. ताजा आंकड़ों की बात करें तो अब तक बाल विवाह के मामले में गिरफ्तारी की संख्या 2,789 हो चुकी है. मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने ये जानकारी बीते दिनों दी थी. इन मामलों में ज्यादातर आरोपी घर के मुखिया या अकेले कमाने वाले हैं.

ऐसे में राज्यभर में असम पुलिस की कार्रवाई का विरोध हो रहा है. आरोपियों की पत्नियां, बच्चे और परिवार के सदस्य सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. उधर, असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कार्रवाई को सही ठहराते हुए कहा कि राज्य में पिछले साल 6.2 लाख से अधिक गर्भवती महिलाओं में 17 प्रतिशत नाबालिग थीं.

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कई साल से बाल विवाह की कुरीति से जूझ रहा असम

असम पिछले कई सालों से बाल विवाह की कुरीति से जूझ रहा है. राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण की रिपोर्ट के अनुसार, असम में मातृ और शिशु मृत्यु दर सबसे ज्यादा है. इसकी प्रमुख वजह बाल विवाह है. इसके बाद कैबिनेट ने बाल विवाह करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने का प्रस्ताव पास किया था.

इसके तहत 14 साल से कम उम्र के लड़का या लड़की से शादी करने के आरोपी पर पॉक्सो एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है. साथ ही बाल विवाह कानून के तहत मामला दर्ज किया जा रहा है.

(रिपोर्टः अजय अग्रवाल)

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