चौतरफा दबाव के बावजूद इजरायली सेना का गाजा पट्टी पर भीषण हमला जारी है. इसी बीच इजरायली डिफेंस फोर्सेस ने एक वीडियो जारी करके दावा किया है कि 7 अक्टूबर को इजरायल में हुए हमले के बाद उसका मास्टरमाइंड अपने परिवार के साथ सुरंग के जरिए भागा था. 10 अक्टूबर को खान यूनिस में स्थित टनल नेटवर्क से वो गुजरते हुए दिखाई दे रहा है. इस दौरान उसके साथ उसका भाई, पत्नी और बच्चे भी नजर आ रहे हैं. इजरायली सेना ने याह्या सिनवार के मौजूदा ठिकाने का खुलासा करने से इनकार है.
इजरायली डिफेंस फोर्सेस ने एक्स (ट्विटर) पर एक वीडियो शेयर किया है. इसमें याह्या सिनवार को अपने पत्नी और तीन बच्चों के साथ देखा जा सकता है. उनके साथ सबसे आगे सिनवार का भाई इब्राहिम है, जो टार्च की रौशनी में उन्हें आगे की ओर ले जा रहा है. इस वीडियो में सिनवार का चेहरा तो नहीं दिखता, लेकिन पीछे से शरीर की बनावट के आधार पर उनकी पहचान का दावा किया गया है. आईडीएफ प्रवक्ता डैनियल हगारी ने कहा, 'सिनवार की खोज तब तक जारी रहेगी जब तक हम उसे जिंदा या मुर्दा पकड़ नहीं लेते हैं''.
फैमिली संग सुरंग में भागते नजर आए हमास नेता याह्या सिनवार, देखें वीडियो...
याह्या सिनवार को बेहद खूंखार माना जाता है. उसे कई नामों से जाना जाता है. उसे कोई 'हमास का ओसामा बिन लादेन' कहता है, तो कोई 'खान यूनुस का जल्लाद'. इजरायल ने उसे 'आतंक का हिटलर' कहता है. इजरायल में हुए कत्लेआम का असली जिम्मेदार वही है. 1400 इजरायलियों की मौत और 230 बंधकों का मास्टरमाइंड है. याह्या सिनवार इतना क्रूर है कि हमास से गद्दारी और इजरायल से वफादारी के शक में फिलिस्तीनियों को तड़पा-तड़पा कर मारता है. वो बच्चों के साथ खुलेमंच बंदूकों की नुमाइश करता है.
सिनवार बच्चों की मासूमियत को आतंक के जहर से मार डालता है. उसके बाद बच्चों पर ज्यादती का इल्जाम इजरायल पर लगाता है. इजरायली सेना जब गाजा में दाखिल हुई तो वो अपने बिल में छुप गया था. यही वजह है कि इजरायल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने उसको बुजदिल कहा था. सिनवार अपने टनल नेटवर्क को अपनी ताकत बताया था. उसके मुताबिक, हमास की सबसे बड़ी ताकत उसके लड़ाके नहीं बल्कि उसका टनल नेटवर्क है. गाजा पट्टी में दो रास्ते हैं. एक सड़क का जिसे दुनिया देखती हैं.
इस पर गाजा में रहने वाले लोग आते-जाते हैं, लेकिन एक और रास्ता हैं, जो जमीन के नीचे है. उसी रास्ते में सीक्रेट रूट है. वही रूट जिसका इस्तेमाल हमास के आतंकी एक जगह से दूसरे जगह जाने के लिए करते हैं. उसका इस्तेमाल रॉकेट हमले के लिए किया जाता हैं. उसका इस्तेमाल इजरायल के हवाई हमले से बचने के लिए किया जाता है. यही वजह है कि इजरायल द्वारा लगातार किए जा रहे हवाई हमलों से बच जा रहे हैं. लेकिन इस बार इजरायली सेना के हौसले बुलंद है. वो किसी भी हाल में सिनवार को पकड़ना चाहती है.
इजरायली हमलों के बाद से गाजा में हालात चिंताजनक हो गए
उधर गाजा के रफा शहर में इजरायली हमलों के बाद से हालात चिंताजनक हो गए हैं. करीब डेढ़ मिलियन शरणार्थी दहशत में हैं कि अब वो कहां जाएं. यूएन ने भी इस पर चिंता जाहिर की है और कहा कि यदि हमले यहां जारी रहे तो नतीजा विनाशकारी होगा. दूसरी तरफ इजरायली बंधकों की रिहाई के दौरान कार्रवाई का रोंगटे खड़े कर देने वाला एक वीडियो जारी हुआ है. सोमवार को 60 साल के सिमोन और 70 साल के लुइस को इजरायली सेना ने आजाद कराया था. फिलहाल गाजा में 130 से ज्यादा इजरायली बंधक हैं.
गाजा के रफा में इजरायली हमलों की वजह से हालात बेहद नाज़ुक हो गए हैं. जान बचाने के लिए पनाह लिए हुए शरणार्थियों के लिए आखिरी जगह भी महफूज़ नहीं रही. सोमवार को हुए जबरदस्त हमलों के बाद लोग दहशत में हैं. चिंता इस बात की है कि दाने-दाने को मोहताज ये शरणार्थी अब जाएं तो कहां जाएं. गर्भवती महिलाएं और नवजात बच्चों के इलाज का भारी संकट है. संयुक्त राष्ट्र ने भी चिंता जाहिर की है. यूएन ने कहा है कि गाजा में अब कहीं भी लोग सुरक्षित नहीं है. आने वाले दिन में हालाज ज्यादा नाजुक हो सकते हैं.
युद्ध विराम की तमाम कोशिशें भी अब तक नाकाम हैं. इजरायली हमले लगातार जारी हैं. मंगलवार को दीर अल बलाह को निशाना बनाया. फिलिस्तनी स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक पिछले 24 घंटे में दीर अल बलाह समेत कुल 133 लोग मारे गए, जबकि 166 लोग घायल हुए हैं. वहीं मरने वालों का आंकड़ा अब करीब साढ़े 28 हजार तक पहुंच गई है. इसमें 70 फीसदी महिलाएं और बच्चे शामिल हैं. फिलहाल हालात बेहद नाजुक हैं. इसमें कोई सुधार नजर नहीं आ रहा है. इजरायल हमास के सफाए तक युद्ध के लिए प्रतिबद्ध नजर आ रहा है.
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गाजा के रफा में जमीनी सैन्य अभियान चलाने की तैयारी कर रहे इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने फिलिस्तीनियों को उत्तर की तरफ जाने की सलाह दी है. अमेरिकी न्यूज चैनल एबीसी को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि फिलिस्तीनी उत्तर की ओर जाएं. वहां बहुत सारे क्षेत्र है, जिन्हें सेना ने साफ कर दिया है. उन्होंने दावा किया कि रफा में हमास के लड़ाके छिपे हुए हैं, जिनका सफाए जरूरी है. इसके साथ ही इजरायल पीएम ने बताया कि रफा में रह रहे 15 लाख फिलिस्तीनियों को निकलाने के लिए विस्तृत योजना तैयार है.
दरअसल, मिस्र और गाजा के सीमा पर मौजूद रफा में सैन्य अभियान चलाने पर अड़े इजरायली प्रधानमंत्री से अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बात की थी. 45 मिनट तक चली इस बातचीत में बाइडेन ने नेतन्याहू को आम नागरिकों की सुरक्षा की ठोस योजना के बिना रफा के घनी आबादी वाले इलाके में सैन्य अभियान शुरू नहीं करने की सलाह दी थी. इस बीच मिस्र ने चेतावनी दी थी कि यदि इजराइली सैनिकों को रफा में भेजा जाता है तो वो उनके साथ अपना शांति समझौता निलंबित कर देगा. इसके लिए इजरायल जिम्मेदार होगा.
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