उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिला में कारोबारी के छह वर्षीय इकलौते मासूम पुत्र का अपहरण कर 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई है. इस घटना से पुलिस महकमा में सनसनी मच गई है. कोतवाली पुलिस ने केस दर्ज कर मासूम बच्चे की बरामदगी के लिए क्राइम ब्रांच समेत पुलिस की चार टीमें लग गई हैं..
सदर कोतवाली क्षेत्र के बांसपार बैजौली टोला भुलनापुर निवासी दीपक गुप्ता के इकलौते बेटे पीयूष का बुधवार को दोपहर दो बजे दरवाजे पर ही अपहरण कर लिया गया. परिजनों के मुताबिक कार सवार कुछ लोग आए. उस समय पीयूष दरवाजे पर खेल रहा था. टॉफी देकर पीयूष को अपहरणकर्ता अपने पास बुलाए. फिर उसे गाड़ी में बैठाकर फरार हो गए. इस मामले में परिजनों की तहरीर पर कोतवाली पुलिस बुधवार की रात में ही धारा 363 आईपीसी के तहत केस दर्ज कर जांच कर रही है.
पीयूष अपहरणकांड में पुलिस सामान्य गुमशुदगी जैसे मामले के अनुसार ही जांच-पड़ताल कर रही थी, लेकिन गुरूवार की रात में 50 लाख रुपये फिरौती का पत्र वायरल होने की खबर मिलते ही पुलिस महकमा में खलबली मच गई. मासूम के घर के सामने फिरौती का पत्र फेंका गया था. परिजनों ने पत्र को कोतवाली पुलिस को मुहैया कराया. पत्र में अपहरण कर्ताओं ने धमकी दी है कि पचास लाख रुपये नहीं देने पर वह बच्चे को मार देंगे. पुलिस में शिकायत करने पर भी गंभीर खामियाजा भुगतना पड़ेगा.
अपहृत मासूम पीयूष के परिजन मुम्बई में ठेकेदारी का काम करते हैं. अपहण कर्ता ने पत्र में लिखा है कि मैं तेरे चाचा के लड़के को किडनैप किया था. उस समय में मैं समझा था वह तेरा भाई है. अगर तुम चाहते हो कि तुम्हारा बेटा सही सलामत मिल जाए तो पचास लाख रुपये का इंतजाम करो. इस घटना की जानकारी होने पर परिजन मुम्बई से घर आने के लिए रवाना हो गए हैं.
पीयूष अपहरणकांड में परिजनों को पहले ही फोन पर धमकी मिल चुकी थी. इस मामले में बीते पांच सितंबर को परिजन एसपी से मुलाकात कर पूरी घटना को बताए थे. कार्रवाई की मांग किए थे, लेकिन मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया. उस समय पांच लाख रुपया किया गया था. अब मासूम के अपहरण के बाद पचास लाख रुपये की फिरौती मांगी गई है.
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इस अपहरणकांड में पुलिस पुरानी रंजिश भी खंगाल रही है, क्योंकि फिरौती मांगने का जो पत्र वायरल हुआ है उसमें यह भी लिखा है कि गांव का तुम्हारा बड़ा दुश्मन मेरे साथ है. साथ ही साथ एक मोबाइल नम्बर को भी पत्र में लिख उसको रिचार्ज करने की बात कही गई है. ऐसे में पुलिस इस बिन्दु पर भी जांच कर रही है कि कहीं पुरानी रंजिश में सबक सिखाने या फिर किसी मुद्दे पर दबाव बनाने के लिए तो नहीं पियूष का अपहरण किया गया है. पुलिस अपहरण के लोकल कनेक्शन को भी ढूंढ रही है.
पीयूष अपहरणकांड में कोतवाली पुलिस केस दर्ज करने के बाद कई संदिग्धों से पूछताछ कर चुकी है. खुलासे के लिए चार टीम लगाई गई है. पुलिस संदिग्धों के ठिकानों पर लगातार दबिश दे रही है. कोतवाली पुलिस को भरोसा है कि जल्द ही अपहृत बच्चे पियूष को बरामद कर लिया जाएगा.
इस मामले में एसपी प्रदीप गुप्ता ने बताया कि बुधवार को अपराह्न तीन बजे सदर कोतवाली क्षेत्र के बांसपार बैजौली गांव से अपने दरवाजे पर खेल रहा छह वर्ष का बच्चा गायब हो गया. परिजनों की तहरीर पर कोतवाली में केस दर्ज कर लिया गया है. बच्चे की बरामदगी के लिए पुलिस की चार टीमें लगाई गई है. वह लगातार काम कर रही हैं. कल शाम को एक कथित पत्र मिला है जिसमें कुछ तथ्य अंकित हैं, जिसका परीक्षण किया जा रहा है.
अमितेश त्रिपाठी