केरल में 5 महीने की गर्भवती वकील से मारपीट, आरोपी सीनियर को 14 दिन की न्यायिक हिरासत

केरल के तिरुवनंतपुरम में वंचियूर कोर्ट में महिला जूनियर वकील पर क्रूरतापूर्वक हमला करने के आरोपी सीनियर वकील को शुक्रवार को मजिस्ट्रेट कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. न्यायिक प्रथम श्रेणी मजिस्ट्रेट 11 रेविता के जी ने आरोपी वकील बेयलिन दास को शुक्रवार रात को गिरफ्तारी के बाद अदालत में पेश किए जाने के बाद रिमांड पर लिया.

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(सांकेतिक तस्वीर) (सांकेतिक तस्वीर)

aajtak.in

  • तिरुवनंतपुरम,
  • 16 मई 2025,
  • अपडेटेड 5:07 PM IST

केरल के तिरुवनंतपुरम में वंचियूर कोर्ट में महिला जूनियर वकील पर क्रूरतापूर्वक हमला करने के आरोपी सीनियर वकील को शुक्रवार को मजिस्ट्रेट कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. न्यायिक प्रथम श्रेणी मजिस्ट्रेट 11 रेविता के जी ने आरोपी वकील बेयलिन दास को शुक्रवार रात को गिरफ्तारी के बाद अदालत में पेश किए जाने के बाद रिमांड पर लिया.

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वकील बेयलिन दास का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील दिलीप सत्यन ने पुष्टि की है कि उनके मुवक्किल को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. उन्होंने यह भी कहा कि अदालत शनिवार को उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई करेगी. जमानत याचिका में आरोपी ने दावा किया है कि उसके खिलाफ लगाए गए किसी भी अपराध का कोई आधार नहीं बनता है.

वकील दिलीप सत्यन ने कहा कि उनके मुवक्किल की जूनियर सहकर्मी श्यामली ने भी उन पर हमला किया था. उन्होंने कहा, "अदालत ने मेरे मुवक्किल के माथे और कान पर आई चोटों पर गौर किया है." बेयलिन दास को शुक्रवार को अग्रिम जमानत याचिका दायर करने के कुछ घंटों बाद ही गिरफ्तार कर लिया गया. आरोपी 13 मई को घटना के बाद से ही फरार चल रहा था.

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जूनियर वकील के परिवार ने शुक्रवार को इस आरोप को खारिज कर दिया था कि उसने सीनियर वकील पर हमला किया था. उन्होंने दावा किया था कि यह बेयलिन दास को जमानत दिलाने का आधार बनाने का प्रयास था. वांचियूर कोर्ट के बार एसोसिएशन के वरिष्ठ सदस्यों में से एक ने आरोप लगाया था कि श्यामली ने भी बेयलिन दास को मारापीटा था.

जूनियर वकील श्यामली ने बुधवार को कहा था कि वह यह सुनिश्चित करने के लिए सभी कानूनी कदम उठाएगी कि बेयलिन दास को भविष्य में वकालत करने की अनुमति न मिले. केरल बार काउंसिल ने बुधवार को कहा था कि उनको उनके द्वारा किए गए शर्मनाक कृत्य के मद्देनजर फिलहाल वकालत करने से रोक दिया गया है. पीड़िता पांच महीने की गर्भवती थी.

उन्होंने दावा किया, "यदि हम उनके द्वारा कही गई किसी बात या काम पर सवाल उठाते हैं तो वो (बेयलिन दास) बहुत जल्दी गुस्सा हो जाते हैं. इससे पहले जब मैंने उनके द्वारा मुझ पर फाइलें फेंकने पर सवाल उठाया तो उन्होंने मुझे मारा था. इस बार भी वो किसी आंतरिक मामले को लेकर गुस्सा हो गए और उन्होंने मुझ पर हमला कर दिया." 

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