बंगाल में रामनवमी में तलवार-गदा संग लोगों का सशस्त्र प्रदर्शन, बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात

बंगाल में राम नवमी के जुलूस के दौरान कुछ लोग हथियारों के साथ देखे गए. पुलिस का कहना है कि ऐसे लोगों को चिह्नित करके उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि रविवार को पूरे पश्चिम बंगाल में रामनवमी शांतिपूर्ण तरीके से मनाई गई. कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं आई.

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वेस्ट बंगाल में राम नवमी के जुलूस के दौरान कुछ लोग हथियारों के साथ देखे गए. वेस्ट बंगाल में राम नवमी के जुलूस के दौरान कुछ लोग हथियारों के साथ देखे गए.

aajtak.in

  • कोलकाता,
  • 06 अप्रैल 2025,
  • अपडेटेड 9:57 PM IST

वेस्ट बंगाल में राम नवमी के जुलूस के दौरान कुछ लोग हथियारों के साथ देखे गए. पुलिस का कहना है कि ऐसे लोगों को चिह्नित करके उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि रविवार को पूरे पश्चिम बंगाल में रामनवमी शांतिपूर्ण तरीके से मनाई गई. कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं आई.

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एडीजी (कानून व्यवस्था) जावेद शमीम ने कहा कि हथियारों के साथ जुलूस में शामिल होने वालों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा, "राज्य में स्थिति शांतिपूर्ण रही और कानून व्यवस्था को बाधित करने वाली एक भी घटना नहीं हुई. जिन लोगों को हथियारों के साथ देखा गया, उन पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.''

एडीजी ने कहा कि हम सीसीटीवी फुटेज से जांच करेंगे और फिर कार्रवाई पर फैसला करेंगे. उन्होंने कहा कि राज्य भर में सुरक्षा बलों की अतिरिक्त तैनाती अगले 24 घंटे तक जारी रहेगी और उसके बाद सुरक्षाकर्मी केवल उन्हीं जिलों में तैनात रहेंगे, जहां जुलूस निकलने वाले हैं. यह स्थिति पर निर्भर करता है, लेकिन 12 अप्रैल तक सुरक्षा बल की तैनाती जारी रहेगी.

उन्होंने बताया कि पूरे राज्य में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है, जिसके चलते बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है. हावड़ा, बैरकपुर, चंदननगर, आसनसोल-दुर्गापुर, सिलीगुड़ी, इस्लामपुर, हावड़ा ग्रामीण, मुर्शिदाबाद और कूचबिहार के जिलों को 'संवेदनशील' के रूप में पहचाना गया है. महत्वपूर्ण स्थानों पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को तैनात किया गया है.

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रविवार की सुबह रंग-बिरंगे जुलूसों, 'जय श्री राम' के नारों और भक्ति के जीवंत प्रदर्शनों के साथ समारोह की शुरुआत हुई, जिसमें हजारों भक्त भगवा झंडे लहराते हुए, भक्ति संगीत बजाते हुए और रामायण के दृश्यों को दर्शाती भव्य झांकी दिखाते हुए राज्य भर की सड़कों पर उमड़ पड़े. कई जगहों पर तलवारों और गदाओं के साथ सशस्त्र रैलियां निकाली गईं.

हिंदुत्व समूहों के अनुसार, पश्चिम बंगाल में 2 हजार से अधिक रामनवमी रैलियां आयोजित की गईं, जिनमें से 60 से अधिक कोलकाता में आयोजित की गईं. ड्रोन, ​​सीसीटीवी निगरानी और प्रमुख स्थानों पर त्वरित प्रतिक्रिया टीमों के साथ लगभग 6 हजार पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया था. प्रशासन ने शांति बनाए रखने के लिए अभूतपूर्व सुरक्षा व्यवस्था लागू की थी.

बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार हावड़ा के शिबपुर में 'अंजनी पुत्र सेना' की रैली में शामिल हुए, जबकि सांसद सौमित्र खान ने बांकुरा में एक जुलूस में अपने 'लाठी खेला' (लाठी ड्रिल) कौशल का प्रदर्शन किया. कोलकाता के पास न्यू टाउन में, भाजपा नेता लॉकेट चटर्जी की रैली को बैरिकेड्स द्वारा रोके जाने के बाद पुलिस के साथ बहस हो गई.

उन्होंने आपत्तियों के बावजूद आगे बढ़ने का प्रयास किया. इस दौरान पार्टी नेता अर्जुन सिंह मौके पर मौजूद थे. केष्टोपुर में भी इसी तरह का गतिरोध हुआ, लेकिन चटर्जी ने मार्च जारी रखा. टीएमसी विधायक शौकत मोल्ला ने भांगर में राम नवमी रैली में भाग लिया, जबकि एबीवीपी समर्थकों ने जादवपुर विश्वविद्यालय के अंदर राम पूजा का आयोजन किया. 

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