Bhopal High-Profile Girl Drugs Case: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पुलिस ने ड्रग्स सप्लाई करने वाली एक 25 साल की युवती को एमडी ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया है. युवती राजधानी के एक हाई-प्रोफाइल परिवार से है. युवती के फोन से पुलिस को ड्रग्स की मुबंई और गोवा से भोपाल तक सप्लाई के काफी सबूत मिले हैं.
जोन-3 डीसीपी अभिनव चौकसे ने आजतक से बात करते हुए बताया कि मुखबिर से मिली सूचना के बाद टीला जमालपुरा पुलिस ने 25 साल की अक्सा खान को गिरफ्तार किया जब वो ड्रग्स की सप्लाई करने जा रही थी. युवती के पास से 9 ग्राम एमडी ड्रग्स और आईफोन बरामद हुआ था. पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरु की तो अक्सा के बॉयफ्रेंड का लिंक भी सामने आ गया.
अक्सा ने बताया कि उसे यह ड्रग्स उसके बॉयफ्रेंड से मिलती थी जो मुंबई से इसे भोपाल भेजता था और अक्सा खान उसे भोपाल में सप्लाई करती थी. वहीं अक्सा के मोबाइल की कॉल डिटेल रिपोर्ट (CDR) ने एक ऐसे नेटवर्क का खुलासा कर दिया, जिसमें भोपाल के लोकल सप्लायर से लेकर गोवा के एक DJ संचालक युवक तक की कड़ियां सामने आई है.
मोबाइल में गोवा के डीजे का नंबर
जोन-3 डीसीपी अभिनव चौकसे ने बताया कि पुलिस को अक्सा की कॉल डिटेल में पांच संदिग्ध नंबर मिले हैं, जिन पर उसने पिछले 28 दिनों में 20 बार तक बात हुई है. दो नंबर परिवार के लोगों के हैं. दो नंबर दो युवकों के हैं, जिनमें से एक पर MD सप्लाई का संदेह है. पांचवा नंबर गोवा में रहने वाले एक युवक का है जो डीजे का काम करता है. यह युवक पहले भोपाल में रहता था और अक्सा के साथ लगातार संपर्क में था.
गिरफ्तारी से कुछ घंटे पहले ही अक्सा ने शहर के एक लाउंज में पार्टी की. इसमें उसके चार करीबी दोस्त और एक युवती शामिल थी. पुलिस अब इन सभी को नोटिस भेजकर पूछताछ करेगी, ताकि पता लगाया जा सके कि ड्रग नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल है. अक्सा का परिवार बेहद हाई-प्रोफाइल है और बेहद पॉश इलाके में उसका घर है.
डिलीवरी के बदले मिलती थी फ्री ‘खुराक’
पुलिस के मुताबिक अक्सा खुद भी ड्रग्स का सेवन करती है और इसलिए अक्सा को ड्रग्स की सफल डिलीवरी के बाद ड्रग की फ्री खुराक और 20% कमीशन मिलता था. खुद अक्सा खान ने पुलिस पूछताछ में कबूल किया है कि वो पिछले एक साल से एमडी ड्रग्स ले रही है. करीब साल भर पहले उसके एक दोस्त ने शहर के हुक्का लाउंज में उसे ड्रग्स दिया था जहां से उसे इसकी लत लगी.
रवीश पाल सिंह / धर्मेंद्र साहू