Uttar Pradesh: महाकुंभ मेले के आयोजन को रोकने की धमकी देने का आरोपी बरेली में गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में महाकुंभ के आयोजन को लेकर धमकी देने वाले एक शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. 30 वर्षीय आरोपी ने सोशल मीडिया पर कुंभ मेले के बारे में आपत्तिजनक कमेंट किया था. उसका पोस्ट वायरल होने के बाद लोगों का ध्यान उस ओर गया, जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई.

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सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर

aajtak.in

  • बरेली,
  • 11 जनवरी 2025,
  • अपडेटेड 7:16 PM IST

उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में महाकुंभ के आयोजन को लेकर धमकी देने वाले एक शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. 30 वर्षीय आरोपी ने सोशल मीडिया पर कुंभ मेले के बारे में आपत्तिजनक कमेंट किया था. उसका पोस्ट वायरल होने के बाद लोगों का ध्यान उस ओर गया, जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई.

बरेली के पुलिस अधीक्षक (शहर) मानुष पारीक ने बताया कि शुक्रवार रात प्रेमनगर थाने की एक टीम ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी का नाम मैजान रजा है. उसने सोशल मीडिया पोस्ट में चुनौती दी थी कि वो महाकुंभ मेले का आयोजन नहीं होने देगा, चाहे उसे कितने भी लोगों का सिर क्यों न काटना पड़े.

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यह मामला तब प्रकाश में आया जब हिंदू संगठनों सहित कई स्थानीय लोगों ने पुलिस का ध्यान एक्स पर पोस्ट की ओर दिलाया. हिंदू कार्यकर्ताओं द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार आरोपी की पोस्ट से हिंदू समुदाय की आस्था को ठेस पहुंची है. इसके बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था.
 
इससे पहले खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने भी महाकुंभ मेले में आयोजित स्नान को निशाना बनाने की धमकी दी थी. इस धमकी पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी. अखाड़ा परिषद ने पन्नू के बयान को समुदायों के बीच विभाजन पैदा करने की कोशिश बताया था. 

पीलीभीत में एक मुठभेड़ में खालिस्तानी जिंदाबाद फोर्स के तीन आतंकवादी मारे गए थे. इसके बाद पन्नू का धमकी भरा वीडियो सामने आया था. इसमें महाकुंभ के प्रमुख स्नान तिथियों 14 जनवरी (मकर संक्रांति), 29 जनवरी (मौनी अमावस्या) और 3 फरवरी (बसंत पंचमी) को बाधित करने की बात कही गई थी.

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इसके बाद अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने कहा था, ''पन्नू नाम का जो व्यक्ति है, यदि कहीं ये हमारे महाकुंभ में घुसने की हिम्मत करता है, तो इसे मार-मारकर भगाया जाएगा. हमने ऐसे पागल सैकड़ों की संख्या में देखे हैं. यह माघ मेला है, जहां सिख और हिंदू सभी एक हैं.'' 

उन्होंने कहा था, ''पन्नू ने आपस में विभाजन कराने वाली जो बात की है, वह उचित नहीं है. सिख समाज ने ही सनातन धर्म को बचाए रखा है. हमारे यहां नागा साधुओं की तरह उनके (सिखों के) यहां भी नागा साधु होते हैं. ये दोनों एक ही हैं और सनातन के सैनिक हैं. इसलिए हम इन पागलों को गंभीरता से नहीं लेते.''

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