एमपी के रायसेन से एक सनसनीखेज वाकया सामने आया है जहां एक घर की छत पर चढ़े पिता ने स्वयं व अपनी डेढ़ साल की मासूम बच्ची के गले में फांसी का फंदा डाल कर मारने की कोशिश की लेकिन एसडीओपी रायसेन एवं कोतवाली टीआई की सूझबूझ और तत्परता से पुलिस ने दोनों की जान बचा ली गई.
इस घटना की जानकारी मिलते ही प्रदेश के डीजीपी ने अपने ट्विटर अकांउट से रायसेन पुलिस की इस सजगता की तारीफ कर लोगों को घटना कि जानकारी दी है. वहीं, सोशल मीडिया पर घटना के फोटो वीडियो अब जमकर वायरल हो रहे हैं. कोतवाली पुलिस ने आरोपी पिता पर 307 का मुकदमा दर्ज कर आज सोमवार को उसे जेल भेज दिया है.
थाना कोतवाली रायसेन क्षेत्र के ताजपुरा निवासी 35 वर्षीय जगदीश कुशवाह ने अपनी डेढ़ साल की मासूम बच्ची काजल को चुपके से अपनी पत्नी के पास से ले जाकर खेत मे बने संतोष कुशवाहा के घर की छत पर चढ़ गया. उसके बाद बच्ची के गले मे साड़ी से फांसी का फंदा डाल कर अपने पास रखे त्रिशूलनुमा हथियार से सभी को डराने लगा.
बच्ची को मारने की दे रहा था धमकी
उसे ऐसा करने से मना करने पर वह बच्ची को छत से नीचे लटका दे रहा था एवं मारने की धमकी दे रहा था. डायल 100 पर सूचना प्राप्त होने पर उपस्थित कर्मचारियों की सूचना पर तत्काल मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए एसडीओपी रायसेन अदिती भावसार व कोतवाली थाना प्रभारी आशीष सप्रे अपनी टीम साथ घटनास्थल पर पहुंचे जहां बहुत ही निर्ममता से जगदीश कुशवाहा द्वारा अपनी बेटी के गले मे साड़ी का फंदा बनाकर डरा-धमका रहा था.
वह पुलिस द्वारा समझाइश देने के बाद भी नहीं मान रहा था. करीब 45 मिनट चले हाई वोल्टेज ड्रामे में पुलिस की सजगता से बच्ची को सुरक्षित अपने कब्जे में ले लिया गया और आरोपी पिता ने छत से छलांग लगा दी, हालांकि उसे गंभीर चोटें नहीं आई. कोतवाली पुलिस ने आरोपी की पत्नी की रिपोर्ट पर 307 का मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया है.
दरअसल, आर्थिक तंगी से परेशान यह व्यक्ति पत्नी से रोज लड़ाई झगड़ा करता था. बताया जा रहा है कि इस वजह से उसने यह गंभीर कदम उठाया था.
राजेश रजक