Kerala News: अधिकारी की आत्महत्या से केरल में बवाल, BLO का बायकॉट, SIR प्रक्रिया ठप

केरल में SIR प्रक्रिया के खिलाफ BLOs ने अधिकारी की आत्महत्या के बाद काम का बहिष्कार कर दिया है. परिजनों ने वर्कलोड को जिम्मेदार बताया, जबकि विपक्ष ने CPI(M) पर धमकी के आरोप लगाए. जानें विवाद और राज्यभर में हो रहे विरोध प्रदर्शनों की पूरी कहानी.

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BLO की मौत से नाराज सह कर्मचारियों ने काम ठप्प कर दिया (फाइल फोटो) BLO की मौत से नाराज सह कर्मचारियों ने काम ठप्प कर दिया (फाइल फोटो)

aajtak.in

  • तिरुवनंतपुरम,
  • 17 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 11:36 PM IST

केरल में स्पेशल इंटेंसिव रिविजन (SIR) प्रक्रिया सोमवार को पूरी तरह प्रभावित दिखी, क्योंकि राज्य भर के बूथ लेवल ऑफिसर्स (BLOs) ने काम का बहिष्कार कर दिया. यह विरोध इसलिए तेज हुआ क्योंकि कन्नूर जिले के पय्यनूर में 44 वर्षीय BLO अनीश जॉर्ज ने कथित रूप से काम के दबाव में आकर आत्महत्या कर ली. रविवार को वह अपने घर में फंदे से लटके मिले. परिवार और स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि भारी वर्कलोड और SIR से जुड़े दबाव ने उन्हें यह कदम उठाने के लिए मजबूर कर दिया.

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परिवार के संगीन आरोप
अनीश जॉर्ज के पोस्टमार्टम के बाद सोमवार को उनका शव परिवार को सौंप दिया गया. वहीं परिजनों ने दोहराया कि SIR से जुड़ा भारी दबाव उनकी मौत की बड़ी वजह बन गया. उनके साले सैजू ने बताया कि अनीश को ठीक से खाना और नींद तक की मोहलत नहीं मिलती थी. वरिष्ठ अधिकारी लगातार फोन कर अपडेट मांगते रहते थे. कई बार पिता ने उनसे कहा कि नौकरी चली भी जाए तो भी चिंता न करें, लेकिन अनीश पर बोझ बढ़ता गया.

राज्य कर्मचारी संगठनों का हंगामा
अनीश जॉर्ज की मौत के बाद राज्य के कई सरकारी कर्मचारी संगठनों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किए. राज्य सरकारी कर्मचारी-शिक्षक एक्शन काउंसिल, टीचर सर्विस ऑर्गनाइजेशन की संयुक्त समिति और NGO एसोसिएशन ने तिरुवनंतपुरम स्थित मुख्य चुनाव अधिकारी कार्यालय और सभी जिला कलेक्टरों के दफ्तरों पर विरोध जताया. पीटीआई के मुताबिक, संगठनों की मांग है कि SIR प्रक्रिया को तत्काल रोका जाए और BLOs पर अनावश्यक दबाव डालना बंद किया जाए, ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों.

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विपक्ष ने CPI(M) पर लगाए गंभीर आरोप
सदन में विपक्ष के नेता वी डी सथीसन ने बड़ा आरोप लगाया कि प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि CPI(M) कार्यकर्ताओं का भी इस मामले में रोल हो सकता है. उन्होंने दावा किया कि अनीश को तब धमकी दी गई जब वह वोटर लिस्ट के लिए एक कांग्रेस बूथ एजेंट के साथ गया था. सथीसन ने आरोप लगाया कि BJP और CPI(M) दोनों मिलकर कांग्रेस के पारंपरिक वोटर्स को लिस्ट से बाहर रखने की चाल चल रहे हैं. उन्होंने SIR प्रक्रिया की कड़ी आलोचना करते हुए इसे राजनीतिक रूप से प्रेरित बताया.

टेप्ड कॉल सामने आने का दावा
KPCC अध्यक्ष सनी जोसेफ ने दावा किया कि अनीश जॉर्ज की एक फोन बातचीत से साबित होता है कि CPI(M) कार्यकर्ताओं ने उन्हें धमकाया था. कथित बातचीत में कहा गया कि अनीश पर कांग्रेस के पैम्फलेट बांटने का झूठा आरोप लगाने की चेतावनी दी गई थी. जोसेफ का कहना है कि भारी काम का बोझ होने के साथ-साथ यह राजनीतिक दबाव भी उनकी आत्महत्या की वजह बना. कांग्रेस ने BLOs के आंदोलन का पूरा समर्थन किया है और SIR प्रक्रिया के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही है.

सुप्रीम कोर्ट जा रही IUML भी
इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) ने भी यह घोषणा की है कि वे SIR प्रक्रिया को स्थगित कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट जाएंगे. IUML नेता पी के कुन्हालिकुट्टी ने कहा कि यह पूरा काम इतनी जल्दी में किया जा रहा है कि प्रक्रिया पर सवाल उठना स्वाभाविक है. उनका कहना है कि यह एक गंभीर प्रक्रिया है, जिसके लिए समय और सावधानी जरूरी होती है. उन्होंने पूछा- जब राष्ट्रीय स्तर पर भी सवाल उठ रहे हैं, तो यह जल्दबाजी क्यों?

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CPI(M) का बचाव
CPI(M) नेताओं ने विपक्ष के सभी आरोपों को नकारते हुए कहा है कि कांग्रेस बिना सबूत राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश कर रही है. ई पी जयराज ने कहा कि परिवार खुद बता चुका है कि अनीश पर केवल वर्कलोड का दबाव था, किसी राजनीतिक हस्तक्षेप की बात नहीं है. CPI(M) नेता के रागेश ने यह भी कहा कि यह कोई अकेली घटना नहीं है. राजस्थान और बंगाल में भी BLOs ने दबाव में आत्महत्या की है. उन्होंने BJP सरकार पर SIR को जबरदस्ती लागू करने का आरोप लगाया और कहा कि कांग्रेस इस मामले में बीजेपी की मदद कर रही है.

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