हमास से जारी जंग के बीच इजरायली सेना ने एक बार फिर गाजा में कहर बरपाया है. इजरायल के इस ताजा हवाई हमले में 19 लोगों की मौत हो गई है. शनिवार को गाजा शहर और खान यूनिस में आईडीएफ ने जबरदस्त हमला किया है. इस दौरान बड़ी संख्या में फिलिस्तीनी हताहत हुए हैं. शुक्रवार को एक स्कूल पर हुए हमले में कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई. मरने वालों में यूएन के 6 कर्मचारी भी शामिल हैं.
जंग के बीच गाजा में एक ऐसे परिवार को रेस्क्यू कर बचाया गया जो मलबे के नीचे जिंदगी और मौत से जूझ रहा था. जमीन का सीना चीरकर, गाजा में जिंदगी बचाने की जद्दोजहद बता रही है कि ये जंग इंसानियत पर किस कदर भारी पड़ रही है. वो लोग जिनका इस युद्ध से कोई लेना-देना नहीं है. वो भी जंग के मलबों में कुछ इस कदर दबे हुए हैं, जहां रहना तो छोड़िए सांस लेना भी मुश्किल हो रहा है.
पिछले साल 7 अक्टूबर से ही गाजा में तकरीबन हर रोज इजरायली ऑपरेशन हो रहा है. शुक्रवार को एक बार फिर गाजा में इजरायली सेना ने एक स्कूल को निशाना बनाकर जबरदस्त बमबारी की है. इस हमले में यूएन के 6 कर्मचारियों समेत 18 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हो गए. गाजा के जिस स्कूल में ये हमला हुआ वहां ज्यादातर विस्थापित लोग शरण लिए हुए थे. इस हमले में बच्चे भी मारे गए हैं.
इजरायल और हमास के बीच चल रही जंग के 11 महीने से ज्यादा हो गए हैं, लेकिन अभी भी गाजा में इजरायली सेना के हवाई हमले जारी हैं. इस जंग में अब तक 41 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनियों की मौत हो गई है, जबकि 80 हजार से ज्यादा लोग घायल हैं. गाजा में युद्धविराम के लिए कई दौर की बातचीत भी बेनतीजा रही है. फिलहाल ये जंग कब थमेगी इसके आसार बहुत जल्द नजर नहीं आ रहे हैं.
यही वजह है कि इजरायल के तेल अवीव में बंधकों की रिहाई की मांग तेज हो गई है. एक बार फिर हजारों की संख्या में लोग इजरायल की सड़कों पर उतरे और जबरदस्त विरोध प्रदर्शन के जरिए इजरायली पीएम से बंधकों की रिहाई के लिए हमास से समझौता करने की मांग की है. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने शहर के एक पुल पर चक्काजाम कर दिया. इसकी वजह से यातायात व्यवस्था भी ठप हो गई.
प्रदर्शनाकारियों में वो लोग भी शामिल थे, जिनके अपने हमास के चंगुल में बंधक हैं. इस दौरान नाराज प्रदर्शनकारियों ने गुलाबी धुएं वाले पटाखे जलाकर और बंधकों की तस्वीरों के साथ अपना विरोध दर्ज कराया. ये भी कहा कि जब तक बंधकों की रिहाई नहीं हो जाती, उनका ये विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा. पिछले साल हमास के आतंकियों ने इजरायल में घुसकर 250 इजरायली और विदेशी नागरिकों को बंधक बना लिया था.
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