उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में 'आई लव मोहम्मद' विवाद में मुंबई के एक कपड़ा व्यापारी की गिरफ्तारी हुई है. आरोपी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले का रहने वाला है. उसका नाम नदीम है. उस पर सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक और भड़काऊ वीडियो पोस्ट करने का आरोप है. उसके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है.
मुजफ्फरनगर के पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) आदित्य बंसल ने बताया कि आरोपी नदीम ने मुंबई में रहते हुए विवादास्पद वीडियो बनाया था, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा था. उस वीडियो में नदीम को धमकी भरे लहजे में बोलते हुए सुना जा सकता है. वीडियो का कंटेंट इतना भड़काऊ था कि उसने सोशल मीडिया पर बहस और तनाव का माहौल पैदा हो गया था.
एसपी ने कहा, "वीडियो की भाषा और संदेश दोनों बेहद आपत्तिजनक थे. इसने समुदायों के बीच नफरत फैलाने और लोगों को भड़काने की कोशिश की थी." पुलिस ने वीडियो का संज्ञान लेते हुए तुरंत बुढ़ाना थाने में मामला दर्ज किया. आरोपी की तलाश में टीमें गठित की गईं और लगातार निगरानी के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने यह नहीं बताया कि गिरफ्तारी कहां से हुई है.
आरोपी नदीम के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की इन धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है...
बीएनएस की धारा 353: सार्वजनिक उपद्रव फैलाने वाला बयान.
बीएनएस की धारा 192: दंगा भड़काने के इरादे से जानबूझकर उकसाना.
बीएनएस की धारा 152: भारत की संप्रभुता, एकता और अखंडता को खतरे में डालने वाला कृत्य.
एसपी ने साफ कहा कि कानून-व्यवस्था बिगाड़ने या सांप्रदायिक सौहार्द को प्रभावित करने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. दरअसल, इनदिनों में 'आई लव मोहम्मद' पोस्टरों को लेकर यूपी में माहौल तनावपूर्ण रहा है. बरेली में इस विवाद के चलते प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़पें भी हुई थीं. ऐसे में नदीम का वीडियो माहौल को भड़काने वाला साबित हो सकता था.
पुलिस अधिकारी का कहना है कि नदीम की डिजिटल गतिविधियों और सोशल मीडिया कनेक्शन की जांच की जा रही है. यह पता लगाया जा रहा है कि वीडियो किसी संगठित योजना का हिस्सा था या उसने व्यक्तिगत रूप से पोस्ट किया था. उसको हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी उकसावे या भ्रामक वीडियो पर प्रतिक्रिया न दें.
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