गुड़गांव पुलिस ने इंटरनेशनल साइबर फ्रॉड रैकेट का किया भंडाफोड़, महिला ठग सहित 16 लोग गिरफ्तार

गुरुग्राम पुलिस ने दिल्ली एयरपोर्ट से एक महिला साइबर ठग को गिरफ्तार किया है. उसकी पहचान 24 वर्षीय खुशबू के रूप में हुई है. वो मूल रूप से गुजरात के सूरत की रहने वाली है. लेकिन कंबोडिया में चीनी मूल के लोगों द्वारा संचालित कॉल सेंटर में बैठकर में 'डिजिटल' अरेस्ट के जरिए भारत के लोगों को ठगने का काम कर रही थी.

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aajtak.in

  • गुरुग्राम/नई दिल्ली,
  • 30 जून 2025,
  • अपडेटेड 11:56 PM IST

हरियाणा की गुरुग्राम पुलिस ने दिल्ली एयरपोर्ट से एक महिला साइबर ठग को गिरफ्तार किया है. उसकी पहचान 24 वर्षीय खुशबू के रूप में हुई है. वो मूल रूप से गुजरात के सूरत की रहने वाली है. लेकिन कंबोडिया में चीनी मूल के लोगों द्वारा संचालित कॉल सेंटर में बैठकर में 'डिजिटल' अरेस्ट के जरिए भारत के लोगों को ठगने का काम कर रही थी. पुलिस को उसके पास से दो मोबाइल फोन मिले हैं.
 
जानकारी के मुताबिक, खुशबू की गिरफ्तारी उस वक्त हुई जब वो कंबोडिया से दिल्ली लौटी. पुलिस को पहले से उसके गतिविधियों के बारे में जानकारी थी. जैसे ही वो एयरपोर्ट पर पहुंची, उसे घेरकर पकड़ लिया गया. पुलिस के मुताबिक, खुशबू 12वीं पास है. उसके पास से साइबर क्राइम में इस्तेमाल किए गए दोनों मोबाइल फोन बरामद कर लिए गए हैं. उससे पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. 

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एसीपी साइबर क्राइम प्रियांशु दीवान के मुताबिक, खुशबू कंबोडिया की राजधानी नोम पेन्ह के 'मैंगो पार्क' नामक कॉल सेंटर में काम करती थी. इस कॉल सेंटर में चीन मूल के माफिया और भारत समेत कई देशों के युवक-युवतियां शामिल हैं. यहां से भारत में 'डिजिटल अरेस्ट' करके लोगों से साइबर ठगी की जाती थी. पुलिस अब खुशबू के मोबाइल का डेटा खंगाल रही है. 

खुशबू के मोबाइल से व्हाट्सऐप कॉलिंग ऐप्स, चैट रिकॉर्ड्स और पैसे के लेनदेन से जुड़े कई डिजिटल सुराग मिले हैं. इस गिरोह ने गुरुग्राम के एक व्यक्ति को अपना शिकार बनाया था. उसे डरा-धमका कर लाखों रुपए ट्रांसफर करवा लिए गए. पुलिस जांच में पता चला कि ठगी की गई रकम में से 39 लाख रुपए एक ऐसे अकाउंट में ट्रांसफर हुए, जो पहले सुरेंद्र नामक व्यक्ति का था. 

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उसने ये बैंक खाता मितेश को 5 लाख में बेचा, जिसने फिर आगे खुशबू को यह अकाउंट सौंप दिया. लोगों को मोटी रकम देकर बैंक खाते खरीदे जा रहे थे. पूछताछ में खुशबू ने कबूला कि वो पहले नवंबर 2023 में अपनी एक सहेली के पति के जरिए नौकरी के लिए दुबई गई थी. वहां से कंबोडिया चली गई, जहां अगस्त 2024 से वह कॉल सेंटर में 700 डॉलर पर काम कर रही थी. 

वहां उसे साइबर ठगी की ट्रेनिंग दी गई. इस मामले में गुरुग्राम पुलिस की साइबर सेल ने अब तक कुल 16 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. कई और लोगों की तलाश जारी है. पुलिस का कहना है कि इस अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क के भारत, कंबोडिया, दुबई और चीन तक कनेक्शन हैं. इससे पहले 87 करोड़ रुपए के ठगी के एक मामले में गुरुग्राम से सात ठगों को गिरफ्तार किया गया था.

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