ओडिशा के गंजाम जिले के गोपालपुर बीच पर 20 वर्षीय छात्रा के साथ हुए सामूहिक बलात्कार की जांच की जिम्मेदारी अब सीआईडी क्राइम ब्रांच को दे दी गई है. पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) वाई.बी. खुरानिया के निर्देश के बाद ये फैसला लिया गया है. इस मामले को 'रेड फ्लैग' घटना के रूप में वर्गीकृत किया गया है. इस पर तत्काल और उच्च प्राथमिकता के साथ ध्यान देने की बात कही गई है.
इस मामले की जांच शुरू करने के लिए एक विशेष क्राइम ब्रांच टीम गोपालपुर पहुंच चुकी है, जो सीएडब्ल्यू एंड सीडब्ल्यू की महानिरीक्षक (आईजी) शाइनी एस की प्रत्यक्ष निगरानी में है. ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए इसे जघन्य और अमानवीय अपराध बताया है. उन्होंने आश्वासन दिया कि अपराधियों को सख्त कानूनी प्रावधानों के तहत सजा मिलेगी.
उन्होंने कहा, ''किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा.'' इस घटना से पूरे राज्य में व्यापक आक्रोश फैल गया है. विपक्ष के नेता नवीन पटनायक ने गहरी चिंता व्यक्त करते हुए सरकार से ऐसे अपराधों से निपटने के लिए कड़े कदम उठाने का आग्रह किया है. राष्ट्रीय महिला आयोग ने अध्यक्ष विजया राहटकर के जरिए से डीजीपी को पत्र लिखकर बचे हुए आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है.
इस मामले में मंगलवार को चार नाबालिगों समेत दस लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह घटना रविवार रात को हुई, जब एक निजी कॉलेज की स्नातक छात्रा अपने सहपाठी प्रेमी के साथ राजा उत्सव के अवसर पर बीच पर गई थी. शुरू में पूछताछ के लिए सात लोगों को हिरासत में लिया गया था, फिलहाल 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
गोपालपुर थाने में दर्ज कराई गई अपनी शिकायत में पीड़िता ने आरोप लगाया कि जब वो और उसका प्रेमी बीच पर एक सुनसान जगह पर बैठे थे, तभी 10 लोगों का एक समूह उनके पास आया. उसके प्रेमी को घेरकर उसके हाथ पैर बांध दिए. इसके बाद उसके साथ बारी-बारी से बलात्कार किया. आरोपियों को उस समय पकड़ा गया, जब वे दूसरे राज्य भागने की कोशिश कर रहे थे.
एसपी सरवण विवेक एम ने कहा था, "तीन लोगों ने पीड़ित लड़की के साथ गैंगरेप किया, जबकि सात लोग उनको घेर कर खड़े थे. इस मामले की जांच के लिए पहले एसआईटी का गठन किया गया था. लेकिन अब जांच की जिम्मेदारी सीआईडी को दे दी गई थी. पुलिस अदालत से अनुरोध करेगी कि नाबालिगों को वयस्कों की तरह माना जाए, क्योंकि वे एक जघन्य अपराध में शामिल थे.
उपमुख्यमंत्री प्रावती परिदा ने कहा कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों, यह सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाने के आदेश दिए गए हैं. इस घटना ने पूरे राज्य में सनसनी फैला दी है, क्योंकि दूर-दूर से पर्यटक गंजाम जिले के समुद्र तट पर आते हैं. विपक्ष के नेता नवीन पटनायक ने कहा, "ओडिशा के प्रमुख पर्यटन स्थल गोपालपुर बीच पर सामूहिक बलात्कार चौंकाने वाली घटना है.''
अजय कुमार नाथ