Uttar Pradesh: टेरिटोरियल आर्मी में भर्ती का झांसा देकर लाखों की ठगी, STF के हत्थे चढ़े 3 शातिर ठग

उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने एक शातिर गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो युवाओं को टेरिटोरियल आर्मी में भर्ती कराने का झांसा देकर लाखों की ठगी कर रहा था. एसटीएफ आगरा फील्ड यूनिट की टीम ने शनिवार को कार्रवाई करते हुए गिरोह के तीन सदस्यों को रंगेहाथ गिरफ्तार किया है.

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एसटीएफ ने एक शातिर गिरोह का भंडाफोड़ किया है. एसटीएफ ने एक शातिर गिरोह का भंडाफोड़ किया है.

आशीष श्रीवास्तव

  • लखनऊ,
  • 08 जून 2025,
  • अपडेटेड 8:59 PM IST

उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने एक शातिर गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो युवाओं को टेरिटोरियल आर्मी में भर्ती कराने का झांसा देकर लाखों की ठगी कर रहा था. एसटीएफ आगरा फील्ड यूनिट की टीम ने शनिवार को कार्रवाई करते हुए गिरोह के तीन सदस्यों को रंगेहाथ गिरफ्तार किया है.

ये गिरफ्तारी हरीपर्वत कमिश्नरेट के टीपीनगर थाना क्षेत्र स्थित आईएसबीटी के पास से हुई, जहां तीनों आरोपी फर्जी दस्तावेजों और नकदी के साथ पकड़े गए. गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान फिरोजाबाद निवासी अजय कुमार, जम्मू-कश्मीर निवासी कुलवंत सिंह और सुनील कुमार के रूप में हुई है.

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एसटीएफ अधिकारियों के अनुसार, यह गिरोह जम्मू और पंजाब के युवाओं को फर्जी नियुक्ति पत्र और मेडिकल टेस्ट पास गेट पास जैसे दस्तावेज दिखाकर भरोसे में लेता था. बदले में उनसे 14 लाख रुपए तक की मोटी रकम वसूलता था. यह राशि दीपक शर्मा नामक व्यक्ति के बैंक खाते में ऑनलाइन ट्रांसफर कराई जाती थी.

इस गिरोह के पास से बड़ी मात्रा में फर्जी दस्तावेज बरामद किए गए हैं. इनमें आधार कार्ड, वोटर आईडी, आयुष्मान कार्ड, नियुक्ति पत्र, मेडिकल टेस्ट पास गेट पास, मोबाइल फोन और नकदी शामिल हैं. दस्तावेज इतने असली जैसे प्रतीत होते थे कि कोई भी इनके झांसे में आसानी से आ सकता था.

एसटीएफ की जांच में यह भी सामने आया कि यह गिरोह रंजीत यादव और दीपक शर्मा नाम के दो व्यक्तियों की मदद से फर्जी भर्ती नोटिफिकेशन तैयार करता था. इन फर्जी विज्ञापनों के जरिए बेरोजगार और सेना में जाने का सपना देखने वाले युवाओं को निशाना बनाया जाता था. जैसे ही कोई युवक झांसे में आता, उसे मेडिकल और भर्ती प्रक्रिया में शामिल कराने के नाम पर किस्तों में लाखों रुपये वसूले जाते थे.

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ठगी के इस नेटवर्क में हर सदस्य को उसके काम के हिसाब से कमीशन दिया जाता था. मुख्य सरगना गिरोह के सदस्यों को तय रकम देता था. अब तक दर्जनों युवाओं के साथ ठगी की जा चुकी है. एसटीएफ ने तीनों के खिलाफ हरीपर्वत थाने में मुकदमा दर्ज करवा दिया है. फिलहाल आगे की जांच स्थानीय पुलिस कर रही है.

एसटीएफ की यह कार्रवाई ऐसे वक्त पर आई है जब सेना में भर्ती को लेकर देशभर के युवाओं में काफी उत्साह देखा जाता है. ऐसे में यह मामला ना सिर्फ बेरोजगार युवाओं के सपनों के साथ खिलवाड़ है, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा संस्थानों की गरिमा को भी ठेस पहुंचाने वाला है. एसटीएफ का कहना है कि गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है.

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