दिल्ली पुलिस ने वांटेड गैंगस्टर को किया गिरफ्तार, सेमी-ऑटोमैटिक पिस्टल सहित हथियार बरामद

दिल्ली और हरियाणा में हत्या, हत्या का प्रयास, जबरन वसूली, हमला और हथियार से जुड़े कई मामलों में वांछित एक मोस्ट वांटेड गैंगस्टर को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. उसे सिर पर पुलिस ने 20 हजार रुपए का इनाम घोषित कर रखा था. उसके पास से एक सेमी-ऑटोमैटिक पिस्तौल, चार जिंदा कारतूस और एक कार बरामद की गई है.

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आरोपी की पहचान राकेश कादियान उर्फ ​​पंपू (39) के रूप में हुई है. आरोपी की पहचान राकेश कादियान उर्फ ​​पंपू (39) के रूप में हुई है.

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 22 जून 2025,
  • अपडेटेड 11:02 PM IST

दिल्ली और हरियाणा में हत्या, हत्या का प्रयास, जबरन वसूली, हमला और हथियार से जुड़े कई मामलों में वांछित एक मोस्ट वांटेड गैंगस्टर को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. उसे सिर पर पुलिस ने 20 हजार रुपए का इनाम घोषित कर रखा था. उसके पास से एक सेमी-ऑटोमैटिक पिस्तौल, चार जिंदा कारतूस और एक कार बरामद की गई है. पुलिस हिरासत में उससे पूछताछ की जा रही है.

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पुलिस उपायुक्त अमित कौशिक ने बताया कि आरोपी की पहचान राकेश कादियान उर्फ ​​पंपू (39) के रूप में हुई है. उसको रोहिणी इलाके से गिरफ्तार किया गया है. वो हरियाणा के पानीपत का रहने वाला है. लेकिन दिल्ली में रहकर लगातार अपराध कर रहा था. यहां एक आपराधिक गिरोह का संचालन कर रहा था. वो फरवरी में सोनीपत के मुरथल में वीर ढाबा पर दीपक उर्फ ​​भांजा की हत्या में वांछित था.

डीसीपी ने बताया कि राकेश कादियान कथित तौर पर अवैध हथियार लेकर जा रहा था. उसी समय पुलिस को उसकी गतिविधि के बारे में गुप्त सूचना मिली. पुलिस ने जाल बिछाकर उसको गिरफ्तार कर लिया. उसका का हिंसक आपराधिक इतिहास रहा है. उसके खिलाफ 16 से अधिक केस दर्ज हैं. साल 2010 में गांव में शरवन नामक अपराधी द्वारा चाचा की हत्या के बाद वो जरायम की दुनिया में आ गया.

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अपने चाचा की हत्या का बदला लेने के लिए उसने अपने साथियों के साथ शरवन को मारने का प्रयास किया, लेकिन वो बच गया. साल 2014 में दीपक उर्फ ​​भांजा गिरोह ने उसके साले विनोद की हत्या कर दी. इसके बाद राकेश कादियान ने दीपक गैंग के गुर्गों हमला करना शुरू कर दिया. वो पिछले कुछ वर्षों में दीपक गैंग को निशाना बनाकर किए गए कई हत्याकांड में शामिल रहा था.

पुलिस अधिकारी ने बताया कि साल 2017 में राकेश पर पानीपत कोर्ट में जानलेवा हमला हुआ था. उसको चार गोलियां लगीं, लेकिन किस्मत से वो बच गया. इसके बाद वो अपने गिरोह की गतिविधियों को जारी रखा और साल 2023 में दिल्ली में फिर से अपने पांव जमाने लगा. इसी बीच दिल्ली पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया, लेकिन साल 2024 में पैरोल पर रिहा होने के बाद वो फरार हो गया.

इसी साल फरवरी में राकेश ने दीपक की हत्या करके अपने साले की मौत का बदला ले लिया, इसके बाद से वो फरार था. पुलिस ने कहा कि उसके गिरोह के सदस्यों और आपराधिक गतिविधियों के बारे में जानकारी ली जा रही है. आरोपी पर पानीपत, सोनीपत, रोहतक और दिल्ली के कई थानों में संगीन मामले दर्ज है. पुलिस हिरासत में पूछताछ के दौरान उसके अपराध की जानकारी ली जा रही है.

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