उत्तर प्रदेश के बरेली में रिजर्व पुलिस लाइन में तैनात एक कांस्टेबल की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई है. उसका शव नकटिया नदी पर बने पुल के नीचे पाया गया. कांस्टेबल की पहचान संजय (42) के रूप में हुई है. उसका शव शनिवार रात को मिला. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. इस मामले की जांच की जा रही है.
जानकारी के मुताबिक, मृतक कांस्टेबल संभल जिले के राजपुरा का निवासी था. वो कैंट थाने की शहरी सीमा के भीतर वृंदावन कॉलोनी में अपने परिवार के साथ रहता था. उसकी मौत की सूचना मिलते ही पुलिस बल मौके पर पहुंचा. उनके साथ फोरेंसिक टीम भी मौजूद थी. घटनास्थल से जरूरी साक्ष्य एकत्रित करके जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजे गए हैं.
क्षेत्राधिकारी आशुतोष शिवम ने बताया कि मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल पाएगा. रिपोर्ट के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इससे पहले पुलिस की एक टीम सीसीटीवी और तकनीकी विश्लेषणों के आधार पर मौत के कारण की जांच कर रही है.
बताते चलें कि इसी साल फरवरी में बरेली में एक सिपाही ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी. सिपाही के कमरे से गोली की आवाज सुनकर साथी पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे तो देखा कि वो लहूलुहान पड़ा था. आनन-फानन उसे अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. डॉक्टरों ने सिपाही को मृत घोषित कर दिया.
इस घटना से महकमे में हड़कपं मच गया. पुलिस के मुताबिक, 8 फरवरी की देर शाम को 25 वर्षीय सिपाही ने खुद को सिर में गोली मार ली, जिससे उसकी मौत हो गई. मृतक का नाम अरुण यादव है. वह मूल रूप से अमरोहा जिले का रहने वाला था. अरुण शिवरात्रि के दिन बरेली के सिरौली क्षेत्र के गुलरिया गौरी शंकर मंदिर पर ड्यूटी पर तैनात था.
ड्यूटी के बाद कमरे में लौटने पर उसने अपना मोबाइल फोन बंद कर दिया और खुद को गोली मार ली. गोलियों की आवाज सुनकर पुलिस और स्थानीय लोग उसके कमरे में पहुंचे और देखा कि अरुण यादव घायल अवस्था में पड़ा हुआ है. फौरन उसे नजदीकी अस्पताल और फिर जिला अस्पताल ले जाया गया जहां उसने दम तोड़ दिया.
पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) मानुष पारीक सिरौली थाने पहुंचे और अरुण यादव के मोबाइल फोन का विश्लेषण किया. उन्होंने उसकी संदिग्ध आत्महत्या के पीछे के संभावित कारणों का पता लगाने के लिए उसके सहयोगियों से भी बात की थी. पुलिस का मानना था कि अरुण ने पारिवारिक कारणों से खुद को गोली मारी. वो पिछले कुछ दिनों से परेशान था.
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