केरल भाजपा के अध्यक्ष के. सुरेंद्रन की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. सीपीआई (एम) उन्हें लगातार विधानसभा चुनावों में हवाला का पैसा लगाने के मामले में घेर रही है. सीपीआई (एम) का आरोप है कि कासरगोड की जिस कार में डकैती हुई, उसमें जो पैसा ले जाया जा रहा था वो भाजपा के चुनाव प्रचार के लिए लाया गया हवाला का पैसा था. लेकिन अब एक और दूसरा मामला है जो उन्हें परेशानी में डाल सकता है, इस मामले में केरल पुलिस ने शुरुआती जांच शुरू भी कर दी है. मामला ये है कि उन पर आरोप है कि उन्होंने अपने नाम से मिलते जुलते एक उम्मीदवार को चुनाव लड़ने से रोकने के लिए पैसे दिए थे.
कासरगोड जिला पुलिस ने इस मामले में शुरुआती जांच की है जिसमें उन्होंने अपने जैसे नाम के दूसरे उम्मीदवार को पैसे दिए थे. भाजपा के केरल अध्यक्ष के. सुरेंद्रन पर आरोप है कि उन्होंने अपने जैसे नाम वाले दूसरे उम्मीदवार के. सुन्दर (K Sundara) को अपना नॉमिनेशन वापस लेने के लिए पैसे दिए थे. के. सुन्दर ने कहा है कि उसे अपना नॉमिनेशन वापस लेने के लिए ढाई लाख रुपये प्राप्त हुए थे. साल 2016 में के. सुंदर को 400 से अधिक वोट मिले थे, जबकि सुरेंद्रन IUML के अपने प्रतिद्वंदी से मात्र 58 वोट से ही हार गए थे.
केरल: हवाला केस पर BJP का आरोप, राजनीतिक ऑपरेशन चला रही पुलिस
कानूनी प्रक्रिया के अनुसार प्राथमिक जांच की रिपोर्ट आईजी को भेज दी जाएगी. इसके आधार पर उच्चाधिकारी जो तय करेंगे उसके अनुसार उनपर मामला दर्ज कर लिया जाएगा.
क्या है कोडकारा डकैती मामला?
आपको बता दें कि 7 अप्रैल को कोडकारा थाने में डकैती की एक रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी. शिकायत में बताया गया था कि 3 अप्रैल को कोझिकोड-कोच्चि राष्ट्रीय राजमार्ग पर बदमाशों ने एक कार से 25 लाख रुपये लूट लिए थे. लेकिन जब बाद में इस मामले की जांच हुई तो पता चला कि लूटी गई राशि 25 लाख नहीं थी बल्कि 3.5 करोड़ थी. इस पूरे मामले पर लेफ्ट ने भाजपा को घेर लिया है. और आरोप लगाया है कि भाजपा इस पैसे का इस्तेमाल चुनावी खर्च में करने वाली थी. इसके जवाब में केरल भाजपा की कोर टीम ने प्रेस कांफ्रेंस करते हुए कहा है कि लेफ्ट भाजपा को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है, और राजनीतिक बदला लेने के लिए इस मामले में बदनाम किया जा रहा है, कोर टीम ने ये भी कहा कि उनके प्रदेश अध्यक्ष के.सुरेंद्रन से व्यक्तिगत खुन्नस निकाली जा रही है.
गोपी उन्नीथन