दिल्ली के पॉश इलाके चाणक्यपुरी में दिनदहाड़े हुई 30 लाख की लूट की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है. इस मामले में बेंटले इंडिया शोरूम के एक्स असिस्टेंट मैनेजर समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों ने ईडी अधिकारी बनकर पहले शोरूम मैनेजर का अपहरण किया, फिर उसे धमकाकर 30 लाख रुपए लूट लिए. इस मामले में खुलासा हुआ है कि पूरी साजिश शोरूम के ही अंदर से रची गई थी.
एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों की पहचान सुनील तनेजा, सूरज यादव और सुमित यादव के रूप में हुई है. इनमें से सुमित यादव बेंटले शोरूम में ही असिस्टेंट मैनेजर के तौर पर काम करता था. उसने शोरूम में मौजूद कैश की जानकारी बाकी आरोपियों को दी थी. इसके बाद बाकी दोनों ने ईडी अधिकारी बताकर स्कूटर से अपने घर लौट रहे मैनेजर अनिल तिवारी का अपहरण किया.
ये घटना 20 जून की है. अनिल तिवारी गुरुग्राम में रहते हैं. दिल्ली के चाणक्यपुरी स्थित होटल सम्राट में मौजूद बेंटले शोरूम में काम करते हैं. हंगरी दूतावास के पास उन्हें एक कार ने रोक लिया. कार से दो लोग उतरे, जिनमें से एक पुलिस वर्दी में था. उन्होंने खुद को ईडी का अधिकारी बताते हुए कहा कि उनसे पूछताछ करनी है. उनको जबरन उनके शोरूम के अंदर ले जाया गया. वहां उनसे पैसे मांगे गए.
डर की वजह से अनिल तिवारी ने बैग में रखे 30 लाख रुपए नकद आरोपियों को सौंप दिए. इसके बाद आरोपी उन्हें नेशनल हाईवे के पास ले जाकर छोड़ दिया गया. दिल्ली पुलिस को इस घटना की शिकायत 2 जुलाई को मिली. चाणक्यपुरी थाने में मामला दर्ज होते ही पुलिस की तीन टीमें बनाई गईं. पुलिस जांच में पहले सुमित यादव का नाम सामने आया, जिसने अपने साथियों को कैश की जानकारी दी थी.
इसके बाद सुनील तनेजा और सूरज यादव की पहचान की गई. सुनील पर पहले से आबकारी अधिनियम के तहत केस दर्ज है. सूरज का आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला है. पूछताछ में तीनों ने अपना अपराध कबूल कर लिया है. पुलिस ने उनके पास से 15 लाख रुपए नकद, 8 लाख की फिक्स्ड डिपॉजिट, एक कार और वारदात में इस्तेमाल की गई दूसरी कार भी बरामद कर ली है.
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