दिल्ली: फैक्ट्री में बन रहे थे ASIAN और NEROLAC के डुप्लीकेट पेंट, 3 गिरफ्तार

अब दिल्ली में एक ऐसी फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ है जहां पर ASIAN और NEROLAC पेंट का डुप्लीकेट माल बनाया जा रहा था. इतनी चालाकी से इस काम को अंजाम दिया जा रहा था कि असली और नकली में फर्क करना काफी मुश्किल था.

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नकली पेंट बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ ( सांकेतिक फोटो) नकली पेंट बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ ( सांकेतिक फोटो)

तनसीम हैदर

  • नई दिल्ली,
  • 15 अक्टूबर 2021,
  • अपडेटेड 5:04 PM IST
  • नकली पेंट बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़
  • तीन आरोपी गिरफ्तार, भारी मात्रा माल बरामद

त्योहार के मौसम में घर को सजाने का पुराना रिवाज है. कई लोग तो पूरे घर में नया पेंट करवाने का भी विचार करते हैं. लेकिन अब दिल्ली में एक ऐसी फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ है जहां पर ASIAN और NEROLAC पेंट का डुप्लीकेट माल बनाया जा रहा था. इतनी चालाकी से इस काम को अंजाम दिया जा रहा था कि असली और नकली में फर्क करना काफी मुश्किल था.

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नकली पेंट बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़

अब दिल्ली पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों की गिरफ्तारी की है. इसमें फैक्ट्री का मालिक मुकेश नारंग और उसके दो कर्मचारी शामिल हैं. दरअसल IPS ब्रिजेंद्र कुमार यादव को जानकारी दी गई थी कि दिल्ली में बड़े स्तर पर मिलावटी पेंट बेचा जा रहा था. त्योहार के मौसम में लोगों को चूना लगाने की पूरी तैयारी की गई थी. ऐसे में उन्होंने अपनी टीम को आदेश दिया और फिर इस रैकेट का भंडाफोड़ हुआ.

पुलिस के मुताबिक 11 अक्टूबर को स्वरूप नगर में एक ट्रक को देखा गया था जिसमें ASIAN और NEROLAC पेंट के खाली डिब्बे रखे हुए थे. पुलिस को संदेह हुआ और मौके से ही ड्राइवर अभिषेक और श्याम सुंदर को पकड़ लिया गया. इसके बाद  ASIAN और NEROLAC पेंट कंपनी के कर्मचारियों को बुलाया गया और इन खाली डिब्बों की पहचान करवाई गई. जांच में सामने आया कि सभी डिब्बे डुप्लीकेट थे और इनमें मिलावटी पेंट मिलाने की तैयारी थी.

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लॉकडाउन में नुकसान, गैरकानूनी धंधा शुरू

इसके बाद बवाना में मुकेश की फैक्ट्री में रेड मारी गई और कई ऐसे ही डुप्लीकेट डिब्बों की बरामदगी हुई. इस लिस्ट में ASIAN के 7100  डुप्लीकेट डिब्बे मिले, वहीं NEROLAC के 970 डिब्बे बरामद हुए. पूछताछ के दौरान फैक्ट्री मालिक ने बताया कि उसने ये धंधा 7 से 8 महीने पहले ही शुरू किया था. लॉकडाउन के दौरान उसे अपने बिजनेस में भारी नुकसान हुआ था जिसके बाद उसने इस काम को करना शुरू कर दिया. पूछताछ में फैक्ट्री मालिक ने ये भी बताया कि वो ये पूरा धंधा सिर्फ कैश में ही करता था. पैसा पहले ही ले लिया जाता था और उसके बाद नकली सामान ग्राहक तक पहुंचाया जाता.

अभी के लिए पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कार्रवाई जारी है.

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