कर्ज के बदले भारत में मौत का जाल बना रहे चीनी ऐप्स, रहें सावधान

भारत में लोन ऐप धोखाधड़ी और बेइज्जत होने के बाद आत्महत्या के कई मामले सामने आ चुके हैं. इनमें चीनी नागरिकों की संलिप्तता सामने आई है. सवाल है कि क्या ये पूरा रैकेट चीन से सीधा भारत आया, या पहले चीन में ही कहानी शुरू हुई?

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कर्ज न लौटाने पर चाइनीज ऐप करते हैं बदनाम (फाइल फोटो) कर्ज न लौटाने पर चाइनीज ऐप करते हैं बदनाम (फाइल फोटो)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 09 जनवरी 2021,
  • अपडेटेड 7:35 AM IST
  • कर्ज की जरूरत पर आसपास या बैंक से लोन लें
  • चाइनीज ऐप्स की जाल में फंसने से बचें
  • कर्ज न लौटाने पर ऐप वाले करते हैं बदनाम

लोन ऐप फ्रॉड को लेकर हैदराबाद पुलिस ने कुछ दिन पहले एक चीनी नागरिक को गिरफ्तार किया है. जांच-पड़ताल में पता चला है कि तकरीबन 21 हजार करोड़ का ट्रांजेक्शन हुआ है. इतनी बड़ी संख्या में ट्रांजेक्शन पेमेंट गेटवे और इन कंपनियों से जुड़े अकाउंट्स के जरिये हुए हैं. जिस चीनी नागरिक को गिरफ्तार किया गया है उसका नाम झू वेई (Zhu Wei) है. चीन भागने के दौरान उसे दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया. 

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भारत में लोन ऐप धोखाधड़ी और बेइज्जत होने के बाद आत्महत्या के कई मामले सामने आ चुके हैं. इनमें चीनी नागरिकों की संलिप्तता सामने आई है. सवाल है कि क्या ये पूरा रैकेट चीन से सीधा भारत आया, या पहले चीन में ही कहानी शुरू हुई?

असल में, वो वक्त 2016 का था, जब चीन से ऐसी खबरें आती थीं, जहां कर्ज लौटाने के बदले कॉलेज जाने वाली चीन की छात्राओं को उनकी बिना कपड़ों की तस्वीरें भेजने को लोन देने वाले कहते थे. इसके पीछे मकसद होता था, हफ्ते भर के कर्ज के बदले कई गुना ज्यादा ब्याज लगाकर वैसा वसूलना. चीन से शुरू हुआ वही गंदा खेल भारत तक पहुंच गया है. 

डेढ़ महीने पहले का दावा है कि चेन्नई में एक कॉलेज जाने वाली छात्रा से ऐसे ही एक तुरंत कर्ज देने वाले मोबाइल ऐप ने किस्त वक्त पर ना चुका पाने पर रात में बिना कपड़ों के कॉल करने को कहा था. उस छात्रा ने बाद में खुदकुशी कर ली. ऐसे खतरे बढ़ रहे हैं. 

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बहरहाल, दो सवाल हैं. पहला कि जहां कर्ज के बदले जान देनी पड़ जाए, वो लोन क्यों ऐसे ऐप से लिया जा रहा है? और दूसरा, कर्ज ना भरने पर बदनामी की धमकी देने वाले ऐप कैसे कर्जदार की पर्सनल जानकारी लेते हैं.  

सवाल है कि क्या ऐसे ऐप्स को रोकने का तरीका नहीं है? क्या ये कानून नहीं तोड़ रहे? क्योंकि नियम कहता है या तो RBI से रजिस्टर्ड बैंक कर्ज दे सकते हैं या फिर रजिस्टर्ड नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन.  

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लेकिन नियम तोड़कर ये मृत्युजाल फैलाने वाले ऐप्स का शिकार भारत का नागरिक बन रहा है, जिसे रोकने के लिए जरूरी है कि आप अपने आसपास के लोगों से बात करिए. पूछिए कहीं उनमें से किसी ने ऐसे एप से लोन तो नहीं लिया. उनकी सहायता कीजिए ताकि ऐसे मोबाइल ऐप को तुरंत सरकारें बंद करें.  

आसपास से लें मदद

पैसों की जरूरत कभी भी किसी को पड़ सकती हैं. लेकिन वित्तीय मामलों के जानकार सलाह देते हैं, ऐसे ऐप से कर्ज लेने की जगह कुछ दूसरे रास्ते अपनाइए. अगर आपको पैसे की जरूरत है तो सबसे पहले आप अपने परिवार या दोस्तों से उधार मांगें. ये सबसे सुरक्षित तरीका है. दूसरा तरीका लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी है. मतलब आप घर के बदले बैंक से लोन ले सकते हैं. जिसकी ब्याज दर पर्सनल लोन से काफी कम होती है. आप अपने निवेश पर भी लोन ले सकते हैं, जैसे गोल्ड या म्युचुअल फंड. अपने प्रॉविडेंट फंड, बैंक एफडी पर भी आप लोन ले सकते हैं. कई संस्थान कर्मचारियों को लोन की सुविधा देते हैं जरूरत होने पर आप इसका भी इस्तेमाल कर महंगे लोन से बच सकते हैं.

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दुर्भाग्य से अगर आप भी कर्ज के जाल में फंसे हैं...या फिर चीन के इंस्टेंट लोन एप आपके घर पर दस्तक दे रहे हैं तो थोड़ा ठहरें. हमारे बताए रास्तों पर परिवार के साथ विचार करें और अपने परिवार को बर्बाद होने से बचाएं. 

 

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