दिल्ली से सटे गुरुग्राम में रविवार को यूट्यूबर एल्विश यादव के घर फायरिंग की घटना ने सनसनी फैला दी. इस हमले की जिम्मेदारी हरियाणा से ताल्लुक रखने वाले कुख्यात गैंगस्टर हिमांशु भाऊ और उसके साथी नीरज फरीदपुरिया ने सोशल मीडिया पोस्ट डालकर ली है. बताया जा रहा है कि हिमांशु भाऊ इस समय अमेरिका में रह रहा है. वहीं से अपने गुर्गों के जरिए भारत में वारदातें करवा रहा है.
गैंग ने गोलीबारी की वजह बताते हुए लिखा, ''जय भोले की... राम राम सारे भाइयों को. एल्विश यादव के घर जो गोलियां चली हैं, वो नीरज फरीदपुर और भाऊ रितोलिया ने चलवाई हैं. इसने सट्टे का प्रचार कर कई घर बर्बाद किए हैं. अब सभी सोशल मीडिया वालों के लिए चेतावनी है कि यदि किसी ने सट्टे का प्रमोशन किया, तो उसके पास कभी भी फोन या गोली पहुंच सकती है. तैयार रहो.''
यह पहली बार नहीं है जब हिमांशु भाऊ गैंग ने किसी हमले की जिम्मेदारी अपने सिर ली हो. बीते कुछ वर्षों में इस गैंग का नाम कई बड़ी घटनाओं से जुड़ चुका है. दिल्ली और हरियाणा में कई बड़े कारोबारी इसकी हिट लिस्ट में आते रहे हैं. अपने टारगेट पर फायरिंग के बाद अक्सर गैंगस्टर अपने नाम का पर्चा मौके पर छोड़ जाते हैं, ताकि साफ हो सके कि वारदात उनके इशारे पर हुई है.
जानिए गैंगस्टर हिमांशु भाऊ की क्राइम कुंडली
कुख्यात गैंगस्टर हिमांशु भाऊ ने महज 22 साल की उम्र में अपराध की दुनिया में कदम रखा था. वो हरियाणा के रोहतक जिले के रतौली गांव का रहने वाला है. पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार उस पर करीब 18 केस दर्ज हैं. उसे गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का कट्टर दुश्मन माना जाता है. गुजरात के एक जेल में बंद लॉरेंस इस वक्त अपने गैंग की वजह से जरायम की दुनिया का सबसे चर्चित नाम बन चुका है.
24 घंटे में 3 हत्याएं कर सुर्खियों में आया
साल 2022 में हिमांशु भाऊ ने महज 24 घंटे के भीतर तीन हत्याएं कर डाली थीं. इस वारदात ने हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर में दहशत फैला दी थी. इसके बाद वह फर्जी पासपोर्ट पर विदेश भाग गया. उसकी आखिरी लोकेशन पुर्तगाल में ट्रेस की गई थी. विदेश जाने के बावजूद उसने दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान में अपना नेटवर्क बनाए रखा. उसके इशारे पर गिरोह अपराध करता है.
इंटरपोल की ओर से रेड कॉर्नर नोटिस जारी
ये गैंग प्रॉपर्टी कारोबारियों, शराब के धंधेबाजों और सट्टेबाजों को टारगेट करता है. उस पर हरियाणा पुलिस ने ढाई लाख रुपए और दिल्ली पुलिस ने एक लाख रुपए का इनाम घोषित कर रखा है. वहीं इंटरपोल की ओर से रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया गया है. साल 2024 में हरियाणा के मुरथल में हुए एक जघन्य हत्याकांड ने भी हिमांशु गैंग का नाम पूरे देश में सुर्खियों में ला दिया था.
मुरथल मर्डर केस में आया था गैंग का नाम
मुरथल के गुलशन ढाबा पर शराब कारोबारी सुंदर मलिक को कार से बाहर निकालकर दो हमलावरों ने अंधाधुंध फायरिंग कर मौत के घाट उतार दिया था. करीब 35 राउंड गोलियां चलाई गईं और वारदात स्थल पर ही उसकी जान चली गई. इसके बाद में सोशल मीडिया पर डाले गए पोस्ट के जरिए भाऊ गैंग ने इस हत्या की जिम्मेदारी ली थी. इसमें कहा गया कि सुंदर मलिक नीतू डाबोडिया गैंग से जुड़ा था.
अमेरिका से गैंग को ऑपरेट रहा है भाऊ
इसके बाद में वो शराब का कारोबार करने लगा था. भाऊ गैंग को उसके कारोबार से समस्या थी, जिसकी वजह से उसे रास्ते से हटाने के लिए मौत के घाट उतार दिया गया. ने उसे ‘सबक सिखाने’ के लिए यह हमला कराया था. सूत्रों का कहना है कि हिमांशु भाऊ इस वक्त अमेरिका में रहकर अपने गिरोह को ऑपरेट कर रहा है. हरियाणा के काला खर्मपुर, नीरज फरीदपुर और सौरभ गिडोली उसके करीबी हैं.
वारदात में नाबालिग लड़कों का इस्तेमाल
विदेश में बैठे दूसरे गैंगस्टरों की तरह हिमांशु भाऊ भी हिंदुस्तान में आपराधिक गतिविधियों के लिए सोशल मीडिया के जरिए नए लड़कों को जोड़ता है. इसमें अक्सर नाबालिग लड़कों का सहारा लिया जाता है. उनसे वारदात को अंजाम दिलाया जाता है. हरियाणा के गोहाना में हलवाई मातूराम की दुकान पर हुई फायरिंग और करोड़ों की रंगदारी वसूली के बाद भाऊ गैंग पहली बार सुर्खियों में आया था.
aajtak.in