कानपुरः ट्रेन हादसे की जांच के लिए मौके पर पहुंची NIA की टीम

ट्रेन हादसों की जांच हाथ में लेने के बाद एनआईए की टीम शनिवार को कानपुर के पुखरायां जा पहुंची. जहां इंदौर पटना एक्सप्रेस ट्रेन हादसे का शिकार हो गई थी. टीम ने मौके पर बारीकी से जांच पड़ताल की. टीम का नेतृत्व NIA के आईजी अलोक मित्तल कर रहे हैं.

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NIA के साथ मौके पर फोरेंसिक टीम भी मौजूद थी NIA के साथ मौके पर फोरेंसिक टीम भी मौजूद थी

परवेज़ सागर / जितेंद्र बहादुर सिंह

  • कानपुर,
  • 28 जनवरी 2017,
  • अपडेटेड 7:09 PM IST

ट्रेन हादसों की जांच हाथ में लेने के बाद एनआईए की टीम शनिवार को कानपुर के पुखरायां जा पहुंची. जहां इंदौर पटना एक्सप्रेस ट्रेन हादसे का शिकार हो गई थी. टीम ने मौके पर बारीकी से जांच पड़ताल की. टीम का नेतृत्व NIA के आईजी अलोक मित्तल कर रहे हैं.

एनआईए के आईजी आलोक मित्तल ने आजतक से खास बातचीत करते हुए बताया कि कानपुर के पुखरायां ट्रेन हादसे में आतंकियों का हाथ होने का शक है. इसीलिए इसी एंगल से एनआईए मामले की जांच करने में जुटी है. उन्होंने बताया कि उनकी एक टीम मोतिहारी में मौजूद है, जो वहां पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ कर रही है.

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आईजी ने बताया कि शनिवार को उनकी टीम ने मौके पर जाकर reconstruction किया है. साथ ही उनकी फोरेंसिक टीम ने घटना स्थल की वीडियोग्राफी भी की है. उनके मुताबिक NIA सभी पहलुओं पर जांच कर रही है.

सूत्रों के मुताबिक यूपी और बिहार में ट्रेन धमाकों की साज़िश को अंजाम देने के लिये नेपाल में ISI एजेंट शम्सुल हुदा को जिम्मेदारी दी गई थी. इस काम के लिए उसे पाकिस्तान में बैठे शेख शफी ने हुक्म सुनाया था.

शेख शफी देश में जाली नोटों के कारोबार का सबसे बड़ा किंग पिन है. वह कराची में बैठ कर ISI की मदद से भारत में नेपाल, बांग्लादेश और थाईलैंड के रास्ते जाली नोटों का रैकेट चलाता रहा है.

NIA तीनों रेल हादसों की जांच से यह पता लगाने की कोशिश करेगी कि मोतिहारी में पकडे गए 3 आरोपी क्या इस पूरी साज़िश का हिस्सा हैं या फिर कोई दूसरा ग्रुप इसके पीछे काम कर रहा था.

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