बैंक अधिकारियों की मिलीभगत से मिला था किंगफिशर एयलाइंस को बड़ा लोन

किंगफिशर एयरलाइंस को लोन दिए जाने के मामले में सीबीआई की पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ है. सीबीआई को पता चला है कि बैंकों के बड़े अधिकारियों की मिलीभगत से किंगफिशर एयलाइंस को बड़ा लोन दिया गया था. लोन के लिये जमा किए गए कागजात में भी गड़बड़ी किए जाने के संकेत मिले हैं.

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CBI लगातार माल्या के प्रत्यर्पण की कोशिश कर रही है CBI लगातार माल्या के प्रत्यर्पण की कोशिश कर रही है

परवेज़ सागर / शिवेंद्र श्रीवास्तव

  • नई दिल्ली,
  • 25 जनवरी 2017,
  • अपडेटेड 6:05 PM IST

किंगफिशर एयरलाइंस को लोन दिए जाने के मामले में सीबीआई की पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ है. सीबीआई को पता चला है कि बैंकों के बड़े अधिकारियों की मिलीभगत से किंगफिशर एयलाइंस को बड़ा लोन दिया गया था. लोन के लिये जमा किए गए कागजात में भी गड़बड़ी किए जाने के संकेत मिले हैं.

सूत्रों के मुताबिक जानबूझकर दस्तावेजों में माल्या की कम्पनी को इतने बड़े लोन के लिये एलिजेबल दिखाया गया था. इस मामले में आईडीबीआई के बाद अब लेन-देने करने वाले दूसरे बड़े बैंकों के अधिकारी भी गिरफ्तार किए जाएंगे.

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जानकारी मिली है कि सीबीआई सरकार के माध्यम से लोन डिफॉल्ट मामले मे यूनाईटेड ब्रेवरेज ग्रुप के मालिक विजय माल्या के प्रत्यर्पण के लिये दोबारा यूके सरकार को पत्र लिखेगी.

सीबीआई पहले भी माल्या के प्रत्यर्पण की कोशिश कर चुकी है, लेकिन इस हाईप्रोफाइल मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हो पाई है. और कानूनी दांवपेंच की वजह से यूके सरकार ने भी इस मामले में कोई सहयोग नहीं किया था.

सीबीआई ने लोन डिफॉल्ट के मामले में अभी तक यूबी ग्रुप के कर्मचारियों और आईडीबीआई बैंक के पूर्व चेयरमैन समेत कुल 9 लोगों को गिरफ्तार किया है. इन गिरफ्तारियों के बाद सीबीआई नए सबूतों के साथ यूके सरकार को प्रत्यर्पण के लिये आवेदन करेगी.

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