इजरायल पिछले 19 दिनों से गाजा पट्टी में आतंकवादियों से जंग लड़ रहा है. हजारों क्विंटल बारूद फूंका जा चुका है. हजारों इमारतें जमीन में नेस्तनाबूत हो चुकी हैं. गाजा में पांच हजार से ज्यादा लोग मारे गए हैं, लेकिन हमास के आतंकवादियों का हमला थमने का नाम नहीं ले रहा है. इजरायल की सेना अब जमीनी कार्रवाई की शुरुआत करने वाली है. लेकिन उत्तरी गाजा में आतंकवादियों ने चूहों से भी ज्यादा बिल बना रखे हैं. इन सुरंगों के जरिए हमास के आतंकवादियों ने एक बार फिर अश्कलॉन के पास इजरायल में घुसपैठ की कोशिश की है. ये सुरंगें ही आतंकवादियों के छिपने का ठिकाना हैं. इन पर हमला करना इजरायल के लिए जोखिम भरा है.
यही वजह है कि इजरायल ने गाजा पर 6 हजार बम गिराने की योजना बनाई है. हालांकि, उसके सामने असली चुनौती गाजा में मौजूद आतंकवादियों की सुरंगें हैं. गाजा में आतंकवादियों ने इतनी ज्यादा सुरंगें बना रखी हैं कि उनमें हमला करना आसान नहीं है. इजरायली सुरक्षा बलों के पास मौजूद जानकारी के मुताबिक आतंकवादियों ने पूरे गाजा पट्टी में 11 बड़ी सुरंगें बना रखी हैं, जो काफी जटिल हैं. कई जगहों पर जाकर मिलती हैं. सबसे ज्यादा सुरंगें उत्तरी गाजा में हैं, जहां करीब 8 सुरंगें हैं. इसके अलावा दक्षिणी गाजा में भी ऐसी दो बड़ी सुरंगें हैं, जो खान यूनिस के इलाके में हैं. यहां भी इजरायल के लिए चुनौती ये है कि इन सुरंगों में दो लेयर हैं.
गाजा में मौजूद सुरंगों में छिपे 30 हजार आतंकवादी
सुरंगों की दो लेयर में एक में आम आदमी के लिए रास्ता है. दूसरी में हमास के आतंकवादी आते-जाते हैं. इजरायल की खुफिया एजेंसियों के मुताबिक ये सुरंगें करीब 500 किमी लंबी हैं, जो कहीं स्कूल में, कहीं घरों में, कहीं मस्जिदों में तो कहीं सार्वजनिक इमारतों में जाकर खुलती हैं. इन सुरंगों में हमास ने जगह-जगह बम लगा रखे हैं. इजरायल को लगता है कि करीब 30 हजार आतंकवादी अभी और हैं, जो खतरनाक हथियारों के साथ जमीनी कार्रवाई के वक्त इजरायली सेना के लिए बड़ी चुनौती बन सकते हैं. उनके पास एंटी टैंक मिसाइलों से लेकर रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड्स तक हैं. इसके ऊपर से घनी आबादी वाले इलाके में सिविलियन कैजुअल्टी का खतरा भी बड़ा है.
हमास की सुनियोजित साजिश, बेबस है इजरायल
हमास ने लंबी प्लानिंग के बाद इजरायल में घुसकर हमला किया था. ऐसा हमला जिसने इजरायल ही नहीं पूरी दुनिया को दहला दिया. हमास के पहले से पता था कि उसके हमले के बाद इजरायल क्या करने वाला है, उसकी प्रतिक्रिया कैसे होने वाली है. यही वजह है कि हमास के आतंकी हमले के बाद वापस जाते वक्त अपने साथ सैकड़ों लोगों को बंधक बनाकर ले गए. हमास ने हवाई हमलों से बचने की तैयारी भी पहले से कर ली थी. वो लंबे समय से टनल नेटवर्क का विस्तार कर रहा था. उनको इतना मजबूत बनवा रहा था कि इजरायल के घातक से घातक बम का असर भी उस पर ना पड़े. इसके साथ ही जमीनी जंग के दौरान उसकी रक्षा के लिए इजरायली बंधक और फिलिस्तीनी नागरिक काम आएंगे, ये भी उसकी योजना में था. आज पूरी दुनिया इजरायल को जमीनी कार्रवाई करने से रोक रही है, ये हमास के पक्ष में ही है.
'हमारे पास सैकड़ों किलोमीटर की अंडरग्राउंड सुरंग है'
इजराइल के जरिए पूरी दुनिया को अपनी दरिंदगी से दहलाने वाले हमास ने जो साजिश रची थी वो कहीं और नहीं बल्कि एक सुरंग में रची थी. कोशिश की गई थी कि समंदर में बनी सुरंग के जरिए इजराइल में घुसपैठ करके तबाही मचाई जाए. लेकिन इससे पहले हमास की ये साजिश कामयाब हो जाती, इजराइली सेना ने इस सुरंग के साथ उस गहरी साजिश का पर्दाफाश कर दिया. हैरानी की बात ये है कि इसका खुलासा किसी और ने नहीं बल्कि खुद हमास के नेता याह्या सिनवार ने खुद किया है. असल में सिनवार को गाजापट्टी और इजरायल में खान यूनिस के कसाई के नाम से पहचाना जाता है. उनका एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वो कहते हैं, ''आज हमारे पास सैकड़ों किलोमीटर की अंडरग्राउंड सुरंग है. हमारे सैकड़ों सेंटर और कंट्रोल सेंटर अंडरग्राउंड और जमीन के ऊपर हैं. ऐसे में दुश्मन हमारा कुछ नहीं कर सकता है.''
हमास की सबसे बड़ी ताकत उसका टेरर नेटवर्क है!
याह्या सिनवार की इन बातों से खुलासा होता है कि हमास की सबसे बड़ी ताकत उसके लड़ाके नहीं बल्कि जमीन के नीचे और जमीन के ऊपर खड़ा उसका टेरर नेटवर्क है. गाजा पट्टी में दो रास्ते हैं. एक सड़क का जिसे दुनिया देखती हैं. इस पर गाजा में रहने वाले लोग आते-जाते हैं, लेकिन एक और रास्ता हैं, जो जमीन के नीचे है. उसी रास्ते में सीक्रेट रूट है. वही रूट जिसका इस्तेमाल हमास के आतंकी एक जगह से दूसरे जगह जाने के लिए करते हैं. उसका इस्तेमाल रॉकेट हमले के लिए किया जाता हैं. उसका इस्तेमाल इजरायल के हवाई हमले से बचने के लिए किया जाता है. यही वजह है कि इजरायल द्वारा लगातार किए जा रहे हवाई हमलों से बच जा रहे हैं.
यह भी पढ़ें: इजरायल पर हमास के हमले का 'मुंबई कनेक्शन', जानिए 26/11 को क्यों याद कर रही दुनिया
इजरायली पैसों से बने सुरंग से हमास की हिफाजत!
इजरायली सेना की एक खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक, इन सुरंगों का निर्माण मिस्र से माल की तस्करी के लिए किया गया था, लेकिन हवाई निगरानी के बाद हमास इन सुरंगों का इस्तेमाल अपने लड़ाकों, नेताओं के साथ हथियारों और खाद्य पदार्थों को छिपाने के लिए करने लगा. हमास द्वारा बनाई गई ये सुरंगें सामान्यत: 30 मीटर तक गहरी हैं, लेकिन कुछ सुरंगें 70 मीटर तक गहरी हैं. इजरायली बमबारी से बचने के लिए इसे मजबूत कंक्रीट से बनाया गया है. दिलचस्प बात ये है कि इजरायल की ओर से गाजा में सिविलियल कंस्ट्रक्शन के लिए सामान से इन सुरंगों का निर्माण किया गया है. आईडीएफ के मुताबिक, एक सुरंग बनाने में करीब 3 मिलियन डॉलर का खर्च आता है.
aajtak.in