MP: सिर्फ एक फेफड़े के दम पर नर्स ने जीती कोरोना से जंग! 

कोरोना के इस दौर में जहां अच्छे भले युवा भी इस बीमारी से हार मान रहे हैं, तो इस बीच टीकमगढ़ की रहने वाली एक महिला नर्स ने एक फेफड़े के दम पर इस खतरनाक बीमारी पर जीत हासिल कर ली. 

Advertisement
नर्स प्रफुल्लित पीटर नर्स प्रफुल्लित पीटर

रवीश पाल सिंह

  • टीकमगढ़,
  • 13 मई 2021,
  • अपडेटेड 1:00 AM IST
  • कोरोना वार्ड में रहती है नर्स की ड्यूटी
  • चोट लगने पर हटाया गया था एक लंग
  • वैक्सीन की दोनों डोज ले चुकी है नर्स 

मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ सिविल अस्पताल की 39 साल की नर्स प्रफुल्लित पीटर के शरीर मे सिर्फ एक लंग है. बचपन में एक दुर्घटना के बाद उनके शरीर से एक तरफ का लंग हटा दिया गया था, जिसका पता उन्हें साल 2014 में चला, जब बीमार होने पर उनके एक्सरे रिपोर्ट में बायां फेफड़ा गायब दिखा. 

कोरोना वार्ड में थी ड्यूटी 
प्रफुल्लित पीटर नर्स हैं. उनकी ड्यूटी कोरोना वार्ड में रहती है. इस दौरान वह खुद भी कोरोना का शिकार हो गईं. ऐसे में सब को लगा कि एक ही फेफड़ा होने की वजह से उनको समस्या ज्यादा होगी, लेकिन उन्होंने होम आइसोलेशन में रहकर ही 14 दिनों में कोरोना से जंग जीत ली.

Advertisement

कोरोना से ठीक होने के बाद प्रफुल्लित पीटर ने बताया कि उन्होंने होम आइसोलेशन में रहकर हिम्मत नहीं हारी और रोजाना योग किया, प्राणायाम किया और बलून फुलाये. उन्होंने बताया वह वैक्सीन की दोनों डोज ले चुकी हैं, इसलिए उन्हें भरोसा था कोरोना होने के बावजूद स्थिति गंभीर नहीं होगी और ऐसा ही हुआ. 

ये भी पढ़ें - त्रिपुरा: कोविड-19 पॉजिटिव महिला ने एंबुलेंस में ही दिया बच्ची को जन्म

इस तरह जीती कोरोना से जंग 
बता दें कोरोना संक्रमण में गंभीर बामारी या कम इम्युनिटी वालों को अत्यधिक खतरा रहता है. ऐसे में माना जा रहा था कि नर्स के एक ही लंग हैं, उन्हें परेशानी ज्यादा होगी, लेकिन नर्स की हिम्मत ने उन्हें इस भयानक बमारी से जीत दिलाई है. वहीं कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने पर नर्स के साथ ही उनके परिवार में भी खुशी की लहर है. बता दें राज्य में कोरोना की दूसरी लहर ने जमकर कहर मचाया हुआ है. रोज आने वाले नए आंकड़े हैरान कर रहे हैं, तो वहीं मौतों के डरावने वाले आंकड़े देखने को मिल रहे हैं. 

Advertisement

(इनपुट- टीकमगढ़ से सुधीर जैन)

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement