भारत में कोरोना वैक्सीनेशन की धीमी रफ्तार को लेकर सवाल उठने लगे हैं. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बुधवार को केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला. प्रियंका ने कहा कि भारत वैक्सीन उत्पादन करने वाले बड़े देशों में से एक है, फिर भी यहां 3.4 आबादी ही अब तक पूरी तरह वैक्सीनेट हो पाई है.
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्विटर पर वीडियो शेयर करते हुए कहा, 'पिछले साल अगस्त में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि हमारे पास सभी लोगों को जल्द से जल्द वैक्सीन देने का प्लान है, लेकिन आज एक साल बाद हालात यह है कि हम रोजाना सिर्फ 19 लाख लोगों को वैक्सीन लगा रहे हैं, जबकि हमें 70 से 80 लाख लोगों को रोज वैक्सीन लगाना चाहिए.'
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, 'वैक्सीनेशन की पूरी जिम्मेदारी पहले केंद्र ने अपने कंधे पर ली, लेकिन दूसरी लहर के दौरान यह जिम्मेदारी राज्यों के कंधे पर डाल दी गई, अमेरिका-जर्मनी जैसे देशों में उनकी केंद्र सरकार ने वैक्सीन खरीदे और राज्यों को बांटने का काम दिया, लेकिन भारत में मोदी सरकार ऐसा क्यों नहीं कर रही है.'
वहीं, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, 'कोरोना महामारी के खिलाफ सबसे मजबूत सुरक्षा कवच सिर्फ वैक्सीन है, देश के जन-जन तक मुफ्त टीकाकरण पहुंचाने के लिए आप भी आवाज उठाइए और केंद्र सरकार को जगाइए.'
आपको बता दें कि 1 जून तक भारत में 21.83 करोड़ वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी है. इसमें सिर्फ 4.51 करोड़ लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज मिली है, जबकि 17.32 करोड़ लोगों को वैक्सीन की सिर्फ एक डोज मिली है. 45 साल से अधिक उम्र के एक बड़ तबके को अभी दूसरी डोज नहीं लगी है.
इस बीच विशेषज्ञों का कहना है कि भारत में जबतक आबादी के 70 फीसदी लोगों को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज नहीं लग जाती है, तबतक कोरोना की लहर आती रहेगी. भारत में अभी दूसरी लहर ढलान पर है और तीसरी लहर का खतरा मंडरा रहा है. ऐसे में जरूरत वैक्सीन अभियान को और तेज करने की है.
अशोक सिंघल