ऑस्ट्रेलिया: कोरोना वैक्सीन से साइड इफेक्ट, 10 हजार लोगों को सरकार देगी करोड़ों का मुआवजा!

ऑस्ट्रेलिया में कोरोना वैक्सीन से साइड इफेक्ट के कई मामले सामने आए हैं. वहां सरकार ने जो स्कीम चलाई थी, उसके तहत 10 हजार लोगों को करोड़ों का मुआवजा देना होगा.

Advertisement
ऑस्ट्रेलिया में अबतक कोरोना वैक्सीन की 36.8 मिलियन खुराक लगीं ऑस्ट्रेलिया में अबतक कोरोना वैक्सीन की 36.8 मिलियन खुराक लगीं

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 17 नवंबर 2021,
  • अपडेटेड 2:38 PM IST
  • ऑस्ट्रेलिया में भी कोरोना वैक्सीन के कुछ साइड इफेक्ट देखे गए
  • स्कीम के तहत ऐसे लोगों को सरकार मुआवजा देगी

एक तरफ जहां दुनियाभर के देश अपने लोगों को जल्द से कोरोना वैक्सीन लगा रहे हैं, वहीं ऑस्ट्रेलिया के सामने एक और चुनौती है. वहां हजारों लोग ऐसे हैं जिनको सरकार को मुआवजा देना है. ये मुआवजा वैक्सीन संबंधी इंजरी के बदले दिया जाना है. दरअसल, वहां सरकार ने क्षतिपूर्ति योजना (no-fault indemnity scheme) शुरू की थी.

संडे मॉर्निंग हेराल्ड की खबर के मुताबिक, ऑस्ट्रेलिया की सरकार को करीब 10 हजार लोगों को मुआवजे के रूप में लाखों रुपये देने हैं. स्कीम के मुताबिक, ऐसे लोगों को मुआवजा दिया जाना है जिनको कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद साइड इफेक्ट हुए, फिर वे हॉस्पिटल में भर्ती हुए या उनकी नौकरी गई.

Advertisement

दिया जाने वाला मुआवजा 5 हजार डॉलर से शुरू है, जिसमें इलाज का खर्च और इनकम का नुकसान शामिल है. ऐसे में सरकार को करीब 50 मिलियन डॉलर (करीब 372 करोड़ रुपये) मुआवजे के रूप में देने हैं.

ऑस्ट्रेलिया के चिकित्सीय सामान प्रशासन (TGA) के मुताबिक, वहां कोरोना वैक्सीन की 36.8 मिलियन खुराक लगी हैं. इसमें से वैक्सीन के बाद साइज इफेक्ट के 79 हजार मामले रिपोर्ट किए गए हैं. इसमें से 10 हजार से ज्यादा लोगों के मुआवजे के लिए क्लेम किया है. कुल मामलों में हाथ में दर्द, सिरदर्द, बुखार और ठंड लगना जैसे सामान्य साइड इफेक्ट भी शामिल हैं.

TGA के पास 288 रिपोर्ट ऐसी आई थीं जिनमें दिल से संबंधित दिक्कत हुई थी. इन सभी को फाइजर की वैक्सीन लगी थी. एस्ट्राजेनिका के टीके के बाद खून के थक्के जमने के भी 160 मामले सामने आए थे.

Advertisement

ऑस्ट्रेलिया में अब तक कोरोना के कुल 1,90,604 मामले सामने आए हैं, इनमें से 1,888 लोगों की मौत हुई है. फिलहाल वहां कोरोना के 20,622 मामले ऐक्टिव हैं, जिनमें से 615 को ही हॉस्पिटल में भर्ती होने की जरूरत पड़ी है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement