छूट मिलते ही लोगों के मन से कोरोना का डर गायब, पढ़ें 4 बड़े शहरों में कैसे उड़ रही कोविड प्रोटोकॉल की धज्जियां

देश के चार बड़े शहरों दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई में लोगों की लापरवाही सामने आ रही है. कोरोना अभी गया नहीं है और लोग बेपरवाह घूम रहे हैं. कोविड प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया जा रहा है. न तो सोशल डिस्टेंसिंग रख रहे हैं और न ही मास्क पहनते दिख रहे हैं.

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यही लापरवाही तीसरी लहर का कारण बन सकती है (तस्वीर चेन्नई के मार्केट की है) यही लापरवाही तीसरी लहर का कारण बन सकती है (तस्वीर चेन्नई के मार्केट की है)

राम किंकर सिंह / अक्षया नाथ / पंकज उपाध्याय

  • दिल्ली/मुंबई/कोलकाता/चेन्नई,
  • 08 जुलाई 2021,
  • अपडेटेड 7:54 PM IST
  • बाजारों में न दूरी, न मास्क दिख रहा
  • छूट मिलते ही बेपरवाह दिख रहे लोग
  • लोगों के मन से कोरोना का डर गायब

देशभर में कोरोना संक्रमण के मामलों में (Coronavirus Cases in India) में कमी भले ही आ गई है, पर अभी भी कोविड प्रोटोकॉल (Covid Protocols) का पालन करना जरूरी है. लेकिन लोग हैं कि मान नहीं रहे हैं. अभी तक ऐसा सुनने में आ रहा था कि लॉकडाउन में ढील मिलते ही (Lockdown Relaxation) लोगों ने शिमला-मनाली का रुख किया है और वहां कोरोना गाइडलाइंस (Corona Guidelines) का उल्लंघन हो रहा है. 

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लेकिन ये हाल सिर्फ पहाड़ी इलाकों (Hill Stations) का ही नहीं है, बल्कि बाजारों में भी खुलेआम कोविड प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ा रही हैं. कोविड केस (Covid Case) में कमी आते ही लोग किस तरह बेपरवाह हो गए हैं, ये जानने के लिए आजतक के रिपोर्टर देश के चार बड़े शहरों दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई के बाजारों में पहुंचे और वहां जो देखा, उसे आप तक पहुंचा रहे हैं. देखिए चार बड़े शहरों से रिपोर्ट...

दिल्लीः न दूरी दिख रही, न मास्क

राजधानी दिल्ली के बड़े बाजारों में कोविड प्रोटोकॉल की जमकर धज्जियां उड़ रही हैं. लक्ष्मी नगर, लाजपत नगर, नांगलोई के बाजारों के बंद होने के बाद भी किसी ने सबक नहीं लिया है. दिल्ली के भीड़ भरे बाजारों का रियलिटी चेक में पाया की कोई भी दुकानदार हो या ग्राहक मानने को तैयार नहीं है. सबसे पुराने हार्डवेयर मार्केट अजमेरी गेट में सोशल डिस्टेंसिंग गायब रही और लोगों ने मास्क तक नहीं लगाया हुआ है. करोलबाग मार्केट में भी दुकानदार से लेकर ग्राहक तक ने मास्क पहनना जरूरी नहीं समझा. चावड़ी बाजार में भी कोरोना प्रोटोकॉल को लेकर कोई भी गंभीरता नहीं दिख रही है. 

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दिल्ली के बाजारों में भीड़ बढ़ती जा रही है

वहीं, सदर बाजार जैसे इलाकों में व्यापारी नियमों के पालन को लेकर खुद सड़क पर उतर चुके हैं. सदर बाजार एशिया के सबसे बड़े होलसेल बाजारों में से एक है. हर रोज यहां बड़ी संख्या में लोगों की भारी भीड़ उमड़ती है. सदर बाजार की रूई मंडी जिसे कुछ दिन पहले बंद कर दिया गया था अब व्यापारी खुद लोगों को यहां मास्क देते नजर आए. 

इन छोटी छोटी गलियों में माल की लोडिंग-अनलोडिंग की जगह नहीं है, जिसकी वजह से लोग रूई मंडी में आकर माल की लोडिंग-अनलोडिंग करते हैं. इस कारण सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं होता. इससे न सिर्फ दिक्कतें आती हैं बल्कि बाजार में भीड़ भी लगती है.

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मुंबईः लोगों को कोरोना का डर ही नहीं

मुंबई में अभी भी शॉपिंग मॉल और थियेटर वगैरह नहीं खुले हैं, लेकिन बाजारों में और सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ आ रही है. अभी यहां लोकल ट्रेनें शुरू होनी बाकी हैं, क्योंकि सरकार को संक्रमण फैलने का डर है. मुंबई में रिकवरी रेट 96% हो गया है. कंटेंनमेंट जोन भी 13 ही बचे हैं. इन सबने मुंबई के लोगों के मन से कोरोना का डर भगा दिया है. 

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इसे देखकर कहा नहीं जा सकता कि मुंबई कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित शहर है.

लेकिन एक्सपर्ट का मानना है कि लोगों को ऐसा जोखिम नहीं लेना चाहिए. बीएमसी के अधिकारी भी लोगों से कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर (Covid19 appropriate behaviour) का पालन करने की अपील कर रहे हैं. मुंबई में तीसरी लहर का खतरा भी है और डेल्टा प्लस वैरिएंट (Delta Plus Variant) का भी डर है. लेकिन उसके बावजूद लोग न तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं और न ही मास्क पहन रहे हैं. 

अभी तक बीएमसी और रेलवे ने मास्क नहीं पहनने वालों से 55 करोड़ रुपये का जुर्माना वसूल किया है.

कोलकाताः खचाखच भरी दिखती हैं बसें

कोलकाता में भी कोरोना नियमों का पालन सही तरह से नहीं हो रहा है. खासतौर से प्राइवेट और पब्लिक बसों में. ऑफिस टाइम में ज्यादातर बसों में खचाखच भीड़ हो रही है. यहां तक कि लोग बस के दरवाजे पर झूलते हुए देखे जा सकते हैं. ऐसी हालत कोलकाता, हावड़ा, उत्तर और दक्षिण 24 परगना में देखी जा सकती है. सिर्फ यही नहीं सुबह सवेरे बाजारों में भी अच्छी खासी भीड़ देखने को मिल सकती है. बहुत लोग बगैर मास्क के भी बाहर निकल रहे हैं.

बस में दरवाजे तक खड़े लोग.

अगर पिछले तीन दिन का कोरोना अपडेट हम देखें तो पश्चिम बंगाल में अब कोरोना के मामले 1000 प्रतिदिन से नीचे आ गए हैं. मौत भी प्रतिदिन 20 से नीचे आ पहुंची है लेकिन कोरोना पूरी तरह से गया नहीं है. ऐसे में भी लोग लापरवाही बरत रहे हैं. बाजारों और परिवहन सेवाओं में लोग कोरोना नियमों की धड़ल्ले से अनदेखी कर रहे हैं.

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चेन्नईः छूट मिलते ही बढ़ी लापरवाही

जैसे-जैसे यहां लॉकडाउन में ढील मिलती जा रही है, लोग कोविड प्रोटोकॉल को भूलते जा रहे हैं. यहां अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हो गई है और लोगों की लापरवाही भी बढ़ गई है. यहां जिम खोलने की, पार्क खोलने की, 50% कैपेसिटी के साथ होटल-रेस्टोरेंट खोलने की इजाजत मिल गई है. छूट मिलते ही लोगों ने बाहर निकलना शुरू कर दिया है और कई जगहों पर सोशल डिस्टेंसिंग की खुलेआम धज्जियां उड़ रही हैं. लोग बगैर मास्क के घूमते दिखाई दे रहे हैं. 

चेन्नई के बाजारों में दूरी दिख ही नहीं रही है.

9 अप्रैल से 6 जुलाई तक कोविड प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने पर ग्रेटर चेन्नई कॉर्पोरेशन ने 5,907 कंपनियों और 29,096 लोगों से 3.18 करोड़ रुपये का जुर्माना वसूला है. हॉल-होटलों पर भी 1.29 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है. 

तमिलनाडु में अभी भी दूसरी लहर पूरी तरह से कमजोर नहीं पड़ी है. यहां 7 जुलाई को 3,367 नए केस सामने आए हैं. अब तक 33,196 मौतें हो चुकी हैं. प्रदेश के स्वास्थ्य सचिव डॉ. जे राधाकृष्णनन ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है. पर फिर भी लोग लापरवाही बरत रहे हैं.

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