Coronavirus in World: कोरोना एक बार फिर डराने लगा है. चीन में कोरोना के मामले रिकॉर्ड तोड़ने लगे हैं. हॉन्गकॉन्ग में भी ऐसा ही हाल है. सिर्फ चीन और हॉन्गकॉन्ग ही नहीं, बल्कि दुनिया के कई देशों में फिर से केस बढ़ने लगे हैं. इसी बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बताया है कि दुनियाभर में Deltacron के मामले बढ़ने लगे हैं. ऐसी चिंता जताई जा रही है कि Deltacron कोरोना की नई लहर लेकर आ सकता है.
WHO के मुताबिक फ्रांस, यूके, नीदरलैंड और डेनमार्क समेत यूरोप के कई देशों में डेल्टाक्रॉन के मामले सामने आए हैं. अमेरिका में कुछ हिस्सों में भी डेल्टाक्रॉन वैरिएंट के केस मिले हैं. हालांकि, अभी इसके मामले बेहद कम हैं, लेकिन ये नई लहर ला सकता है.
क्या है Deltacron?
- Deltacron कोरोना के डेल्टा (Delta) और ओमिक्रॉन (Omicron) वैरिएंट से मिलकर बना है. वैज्ञानिकों का मानना है कि इस वैरिएंट का बैकबोन डेल्टा से बनी है और इसका स्पाइक ओमिक्रॉन से. इन दोनों वैरिएंट के मिलने से बनने के कारण ही इसे Deltacron नाम दिया गया है.
- वैज्ञानिकों का मानना है कि जब वायरस म्यूटेट होता है तो इस तरह के कॉम्बिनेशन देखने को मिलते रहते हैं. ऐसे में एक व्यक्ति एक ही समय में दो अलग-अलग वैरिएंट से संक्रमित हो जाता है. इस मामले में एक ही व्यक्ति डेल्टा और ओमिक्रॉन दोनों से संक्रमित हो रहा है.
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क्या ये ओमिक्रॉन से ज्यादा खतरनाक है?
- इस बारे में अभी ज्यादा कुछ साफ-साफ कह पाना काफी मुश्किल है. हालांकि, जानकार मान रहे हैं कि डेल्टा वैरिएंट काफी घातक था, जबकि ओमिक्रॉन ज्यादा संक्रामक. ऐसे में डेल्टा और ओमिक्रॉन के साथ आने से जो वैरिएंट बना है वो खतरनाक भी हो सकता है, क्योंकि इससे लोग बड़ी संख्या में संक्रमित हो सकते हैं और बीमारी की गंभीरता भी ज्यादा हो सकती है.
- हालांकि, एक्सपर्ट मानते हैं कि इस तरह के दो वैरिएंट का कॉम्बिनेशन होना कोई नई बात नहीं है. WHO की चीफ साइंटिस्ट सौम्या स्वामीनाथ (Soumya Swaminathan) का कहना है कि हम जानते हैं कि कोविड के अलग-अलग वैरिएंट सामने आए हैं और ऐसे में इंसानों या जानवरों में वैरिएंट्स का कॉम्बिनेशन हो सकता है. उनका कहना है कि अभी इसके बारे में और ज्यादा जानकारी के लिए हमें इंतजार करने की जरूरत है.
कब सामने आया था डेल्टाक्रॉन?
इसी साल जनवरी में साइप्रस के वैज्ञानिकों ने डेल्टाक्रॉन वैरिएंट के बारे में जानकारी दी थी. साइप्रस के वैज्ञानिक डॉ. लियोनडिओस कोस्त्रिकिस ने बताया था कि कई मरीजों में डेल्टा और ओमिक्रॉन दोनों वैरिएंट की पुष्टि हुई है. अब WHO ने भी डेल्टाक्रॉन वैरिएंट की पुष्टि कर दी है.
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