इसलिए कहा जाता है कभी भी ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) को देखकर आईपीओ (IPO) में अप्लाई नहीं करना चाहिए. शुक्रवार को भारत की मशहूर हेलमेट बनाने वाली कंपनी Studds Accessories Ltd के आईपीओ की लिस्टिंग हुई. जिसने निवेशकों को तगड़ा झटका दिया है. शेयर की लिस्टिंग 3 फीसदी गिरकर हुई, यानी जो GMP दिख रहा था, उससे विपरीत लिस्टिंग हुई है.
दरअसल, Studds Accessories Ltd के आईपीओ का अपर प्राइस बैंड 565 रुपये प्रति शेयर था. लेकिन शेयर की लिस्टिंग NSE पर करीब 3 फीसदी गिरकर करीब 565 रुपये पर हुई. वहीं बीएसई पर लिस्टिंग का भाव 570 रुपये रहा. इस आईपीओ का साइज करीब 455 करोड़ रुपये का था.
GMP देखकर मत करें IPO में अप्लाई
बता दें, इस आईपीओ का जीएमपी 1 नवंबर को करीब 12 फीसदी था, लिस्टिंग से एक दिन पहले भी यानी 6 नवंबर को GMP करीब 8 फीसदी दिख रहा था. लेकिन लिस्टिंग पर इस आईपीओ ने निवेशकों को चूना लगा दिया. रिटेल निवेशकों को एक लॉट पर करीब 450 रुपये नुकसान झेलना पड़ रहा है.
हालांकि एक्सपर्ट्स कह रहे थे कि अगर बाजार का मूड पॉजिटिव रहा तो यह कंपनी लिस्टिंग पर करीब 10% तक की गेन दे सकती है.
Studds के आईपीओ में पैसे लगाने उमड़ पड़े थे लोग
Studds का IPO मार्केट में जब आया तो हलचल मच गई थी, क्योंकि दोपहिया राइडर्स के बीच 'Studds' एक भरोसे का प्रतीक है. आईपीओ का प्राइस बैंड 557 से 585 रुपये था, और इश्यू पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) था, यानी कंपनी ने नए शेयर जारी नहीं किए, बल्कि पुराने निवेशकों ने अपने हिस्से बेचे.
इसके बावजूद आईपीओ को शानदार रिस्पॉन्स मिला था. IPO कुल 73 गुना सब्सक्राइब हुआ था. रिटेल का हिस्सा 22 गुना भरा था. नॉन-इंस्टीट्यूशनल (NII) का हिस्सा करीब 77 गुना सब्सक्राइब हुआ था, जबकि QIBs ने तो 160 गुना तक बोली लगा दी थी. क्योंकि हेलमेट बाजार में Studds एक बड़ा नाम है.
कंपनी के बारे में
कंपनी के पास चार दशक से ज्यादा का अनुभव है, 40 से अधिक देशों में एक्सपोर्ट नेटवर्क और मजबूत ब्रांड पहचान है. लेकिन क्योंकि यह सिर्फ OFS इश्यू था, इसलिए कंपनी को इससे नई पूंजी नहीं मिली.
(नोट: शेयर बाजार में निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें)
आजतक बिजनेस डेस्क