आज शुक्रवार है, शेयर बाजार के निवेशकों के लिए खास दिन है. वैसे तो शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव रोजाना होता है. लेकिन आज भारतीय बाजार रिकॉर्ड की दहलीज पर खड़ा है. निफ्टी (Nifty) पर निवेशकों की निगाहें हैं, क्या करीब 14 महीने के बाद शेयर बाजार आज एक नया रिकॉर्ड बनाएगा.
दरअसल, पहले बात गुरुवार की करते हैं, गुरुवार को निफ्टी 139 अंक चढ़कर 26,192.15 पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान निफ्टी 26,246.65 अंक तक पहुंचा, जो कि ऑलटाइम हाई 26277 से महज 30 अंक दूर था. निफ्टी इससे पहले 27 सितंबर- 2024 को 26,277.35 अंक तक पहुंचा था, जो कि इंडेक्स का ऑल टाइम हाई (All Time High) भी है.
सेंसेक्स भी रिकॉर्ड की दहलीज पर
वहीं सेंसेक्स फिलहाल 85,632.68 अंक पर है, और गुरुवार को कारोबार के दौरान 85,801.70 अंक तक पहुंचा था, जो कि ऑलटाइम हाई 85,978.25 से करीब 177 अंक दूर है, सेंसेक्स ने भी ऑल टाइम हाई 27 सितंबर 2024 को ही लगाया था. ऐसे में संभव है कि शुक्रवार को सेंसेक्स-निफ्टी नया ऑल टाइम हाई बनाते हुए इतिहास रच डाले.
बता दें, भारतीय शेयर बाजार फिलहाल दमखम दिखाई दे रहा है. बाजार की तेज दौड़ के पीछे कई बड़े संकेत छिपे हैं, जो बताते हैं कि आने वाले दिनों में भी बाजार यह रफ्तार कायम रह सकती है. शानदार आर्थिक संकेतों, मजबूत कॉर्पोरेट नतीजों और वैश्विक मोर्चे पर सकारात्मक उम्मीदों ने भारतीय निवेशकों का भरोसा और मजबूत किया है.
बाजार में मजबूती का पहला कारण: सबसे पहले बात करते हैं, भारत की अर्थव्यवस्था की. भारत अभी दुनिया की सबसे तेज बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में शामिल है. GDP ग्रोथ लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रही है और इसका सीधा असर कंपनियों की कमाई पर दिख रहा है. जब कंपनियों की बैलेंस शीट ताकतवर होती है, तो बाजार में तेजी आना स्वाभाविक है. घरेलू निवेशक हों या विदेशी फंड, सभी भारत में लंबी दूरी के मौके देख रहे हैं. खासकर बैंकिंग स्टॉक्स में तेजी देखी जा रही है.
बाजार में मजबूती का दूसरा कारण: दूसरा बड़ा कारण विदेशी निवेशकों की वापसी है. बाजार में विदेशी संस्थागत निवेशक (FIIs) फिर से तेजी से पैसा लगा रहे हैं. ग्लोबल अनिश्चितताओं के बीच उन्हें भारतीय इकोनॉमी सबसे भरोसेमंद बाजार दिख रही है. डॉलर कमजोर होते ही भारत में निवेश और तेज बढ़ा है. इससे बाजार में चौतरफा रौनक दिखाई देने लगी है.
बाजार में मजबूती का तीसरा कारण: भारत-अमेरिका के बीच प्रस्तावित ट्रेड डील को लेकर बाजार में उम्मीदें और बढ़ गई हैं. कभी भी इसकी घोषणा हो सकती है. अगर डील होती है तो भारतीय निर्यात को इसका सीधा फायदा होगा. कई कंपनियों के लिए नए बाजार खुल सकते हैं और दिग्गज एक्सपोर्ट सेक्टरों को नया बूस्ट मिल सकता है. यही वजह है कि बाजार में इस खबर को लेकर जबरदस्त सकारात्मकता देखी गई.
बाजार में मजबूती का चौथा कारण: फिलहाल महंगाई काबू में है, ब्याज दरों के मोर्चे पर भी सेंट्रल बैंक सहज दिख रहा है. सरकार इंफ्रास्ट्रक्चर, मैन्यूफैक्चरिंग और निवेश को लेकर आक्रामक योजनाएं बना रही है. ऐसे माहौल में बाजार को मजबूत बैक-अप मिलता है.
इन सभी कारकों को देखते हुए बाजार में तेजी की उम्मीद की जा रही है, हालांकि शेयर बाजार में निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें.
आजतक बिजनेस डेस्क