भारतीय स्टेट बैंक (SBI) कार्ड ने अपने फीस स्ट्रक्चर और चार्ज में बड़ा बदलाव किया है. यह बदलाव 1 नवंबर से देशभर में लागू हो जाएगा. यह नया चार्ज कुछ सेलेक्टेड ट्रांजेक्शन पर अल्पाई होगा, जैसे एजुकेशनल रिलेटेड पेमेंट और वॉलेट लोड आदि. यह चार्ज सिर्फ उन्हीं कस्टमर्स पर लागू होगा, जो एसबीआई क्रेडिट कार्ड का यूज करते हुए पेमेंट करते हैं. आइए जानते हैं कि एसबीआई ने कौन-कौन से चार्ज बढ़ाए हैं.
थर्ड पार्टी की मदद से एजुकेशन पेमेंट करने पर चार्ज
अगर आप अपने एसबीआई कार्ड की मदद से थर्ड पार्टी ऐप्स CRED, Cheq और MobiKwik का यूज करते हुए पेमेंट करने पर 1 फीसदी चार्ज लगेगा. यानी अगर आप 1000 रुपये का पेमेंट करते हैं तो 10 रुपये का चार्ज देना पड़ेगा. हालांकि अगर एसबीआई कार्ड से डायेक्ट स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी को पेमेंट किया जाता है तो यह फीस नहीं देनी होगी.
वॉलेट में पैसा जमा करने पर चार्ज
अगर आप किसी भी वॉलेट में SBI Card की मदद से 1000 रुपये से ज्यादा डिपॉजिट करते हैं तो आपको 1 फीसदी का चार्ज देना होगा. एसबीआई कार्ड ने बयान में कहा कि एजुकेशन पेमेंट पर चार्ज मर्चेंट कैटेगरी कोड (MCC) 8211, 8220, 8241, 8244, 8249, 8299 के तहत पहचाने गए थर्ड पार्टी के व्यापारियों पर लागू होगा.
एसबीआई कार्ड के कुछ अन्य चार्ज
भारतीय स्टेट बैंक कई अन्य ट्रांजेक्शन पर भी चार्ज लगाता है, जो कस्टमर्स को पता होने चाहिए. हालांकि इन चार्ज में हाल में कोई बदलाव नहीं किया गया है, सिर्फ ऊपर लिखे गए चार्ज में ही बदलाव किया गया है.
एक्स्ट्रा लेट पेमेंट चार्ज
अगर न्यूनतम ड्यू अमाउंट (MAD) का भुगतान लगातार दो बिलिंग सर्किल तक तय डेट तक नहीं किया जाता है, तो 100 रुपये का अतिरिक्त शुल्क लगाया जाएगा. यह शुल्क हर पेमेंट सर्किल के लिए तब तक लागू रहेगा जब तक कि MAD का भुगतान नहीं हो जाता.
आजतक बिजनेस डेस्क