अमेरिका के टेक वर्ल्ड में एक और भारतीय प्रतिभा टॉप पर, शंकरलिंगम बने Zoom के इंजीनियरिंग हेड

वीडियो चैट ऐप संचालित करने वाली कंपनी Zoom Inc ने भारतीय मूल के वेल्चमी शंकर​लिंगम को इंजीनियरिंग का हेड बनाया है. शंकरलिंगम सीधे Zoom के सीईओ एरिक एस युआन को रिपोर्ट करेंगे.

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वी. शंकरलिंगम बने जूम के इंजीनियरिंग हेड वी. शंकरलिंगम बने जूम के इंजीनियरिंग हेड

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 28 मई 2020,
  • अपडेटेड 3:03 PM IST

  • Zoomने वी. शंकरलिंगम को इंजीनियरिंग का हेड बनाया है
  • उन्होंने चेन्नई के अन्ना यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है
  • भारतीय टैलेंट लगातार US में शीर्ष पद पर पहुंच रहे हैं

अमेरिका में एक और भारतीय प्रतिभा कॉरपोरेट जगत के शीर्ष पर पहुंची है. वीडियो चैट ऐप संचालित करने वाली कंपनी Zoom Inc ने भारतीय मूल के वेल्चमी शंकर​लिंगम को इंजीनियरिंग का हेड बनाया है.

शंकरलिंगम सीधे Zoom Video Communications Inc के सीईओ एरिक एस युआन को रिपोर्ट करेंगे. वह कंपनी के इंजीनियरिंग और प्रोडक्ट विभाग के नए प्रेसिडेंट बने हैं. वह कंपनी के इंजीनियरिंग प्रोडक्ट और डेवलपमेंट टीम का कामकाज देखेंगे. उनकी नियुक्ति 12 जून से प्रभावी होगी.

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भारतीय टैलेट का डंका

गौरतलब है कि अमेरिका के टेक जगत में भारतीय मूल की प्रतिभाएं लगातार अपना झंडा गाड़ रही हैं. गूगल (Alphabet) के सीईओ सुंदर पिचाई से लेकर माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला तक भारतीय प्रतिभाओं का दुनिया लोहा मान रही है.

शंकरलिंगम ने करीब 9 साल तक एक सॉफ्टवेयर कंपनी VMware में काम किया था, इसके बाद उन्होंने वीडियो चैट ऐप जूम संचालित करने वाली कंपनी को ज्वाइन किया. VMware में शंकरलिंग क्लाउड सर्विसेज डेवलपमेंट और ऑपरेशन्स सीनियर वाइस प्रेसिडेंट थे. VMware से पहले वह WebEx में इंजीनियरिंग और टेक्निकल ऑपरेशन के वाइस प्रेसिडेंट थे.

चेन्रई में की पढ़ाई

शंकरलिंगम के लिंक्डइन प्रोफाइल के मुताबिक उनको हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर और सर्विस इंडस्ट्री का व्यापक अनुभव है. उन्होंने भारत में चेन्नई के अन्ना यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशंस में बीई किया है. इसके बाद उन्होंने 1989-90 में अमेरिका के नॉर्दर्न इलिनोइस यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस में एमएस किया. उन्होंने 1993 और 1995 में स्टोनी ब्रुक यूनिवर्सिटी से भी बिजनेस और पॉलिसी में एमएस किया.

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गौरतलब है कि हाल में जूम ऐप पर प्राइवेसी को लेकर भारत सहित कई देशों में सवाल उठाया गया था. इसके बावजूद लॉकडाउन के बीच भारत सहित दुनिया के कई देशों में यह ऐप काफी लोकप्रिय हुआ है. दिसंबर 2019 में जूम पर सिर्फ 1 करोड़ डेली मीटिंग होती थी, लेकिन अप्रैल तक यह बढ़कर 30 करोड़ डेली मीटिंग तक पहुंच गया.

जूम ने हाल के दिनों में सुरक्षा को लेकर काफी पुख्ता उपाय भी करने का दावा किया है. कंपनी ने यूजर्स से कहा है ​कि वे इस ऐप को अपडेट करें और हर जूम मीटिंग के लिए अलग पासवर्ड तय करें.

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